Tata Group: टाटा की मेगा डील से किस तरह बदलेगी भारत की तस्वीर, कितने मजबूत होंगे भारत-फ्रांस के रिश्ते जानें

Tata Group: Air India का बर्चस्व पूरी दुनिया में लहराने के लिए Tata ने फिर एक बार अपना करिश्मा बरकरार रखने के लिए फ्रांस की कंपनी के साथ एक मेगा डील की है।

Report :  Jyotsna Singh
Update:2023-02-15 17:34 IST

File Photo of PM Modi and France President Emmanuel Macron (Pic: Social Media)

Tata Group: टाटा ग्रुप को भारत की सबसे बड़ी कंपनी यू हीं नहीं कहा जाता। टाटा ग्रुप ने जिस तरह एयर इंडिया की पहचान माना जाने वाला लोगो (LOGO)महाराजा को बचाने के लिए भारत सरकार ने हर संभव प्रयास के विफल होने के बाद आखिरकार Tata Group ने करशमाई ढंग से सामने आकर इसका अधिग्रहण किया और Air India का कायापलट कर दिया। बरसों से बंद पड़ी Air India flight एक बार फिर खुले आसमान में हवा से अठखेलियां करती नजर आने लगी लगी हैं। इसी तरह Air India का बर्चस्व पूरी दुनिया में लहराने के लिए Tata ने फिर एक बार अपना करिश्मा बरकरार रखने के लिए फ्रांस की कंपनी के साथ एक मेगा डील की है। इस डील के जरिए टाटा एयरबस से 250 एयक्रॉफ्ट खरीद कर भारत देश के इतिहास में एक इबारत दर्ज कर दी है।

भारत और फ्रांस के लिए महत्वपूर्ण हैं यह डील- पीएम

इस डील में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन भी शामिल हुए। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा यह महत्वपूर्ण डील भारत और फ्रांस के गहराते संबंधों के साथ-साथ, भारत के civil aviation sector की सफलताओं और आकांक्षाओं को भी दर्शाती है हमारी Regional Connectivity Scheme (उड़ान) के माध्यम से देश के सुदूर हिस्से भी air connectivity से जुड़ रहे हैं, जिससे लोगों के आर्थिक एवं सामाजिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है।

अब तीन क्लास के कॉन्फ़िगरेशन के साथ 300 से 410 यात्री और सिंगल-क्लास लेआउट में 480 यात्रियों को ले जाया जा सकेगा- A350-900 और A350-1000. ये एयरबस A350 किसी भी क्षेत्र में शॉर्ट-हॉल से लेकर अल्ट्रा-लॉन्ग-हॉल रूट तक 17,000 किलोमीटर तक कुशलता से उड़ान भर सकेगा, जिसमें तीन क्लास के कॉन्फ़िगरेशन के साथ 300 से 410 यात्री और सिंगल-क्लास लेआउट में 480 यात्रियों को ले जाया जा सकेगा।

फ्यूल कॉस्ट को कम करने से लेकर कैपिसिटी बढ़ाने तक में करेंगे मदद

एअर इंडिया अपनी सर्विस को और बेहतर बनाने के लिए नए प्लेन खरीद रही है। साथ ही ये उसकी फ्यूल कॉस्ट को कम करने से लेकर कैपिसिटी बढ़ाने तक में मदद करेंगे।इन सभी विमानों की डिलीवरी अगले सात से आठ साल में हो जाएगी। एअर इंडिया के मुताबिक यूरोपीय कंपनी एयरबस कुल 280 विमानों की सप्लाई करेगी। जबकि बाकी बचे विमानों की डिलीवरी बोइंग कंपनी की ओर से की जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन सभी की डिलीवरी अगले सात से आठ साल में हो जाएगी।

कितनी किसकी होगी गिनती

आर्डर किए गए प्लेंस में एयरबस के 240 A320 Neo और 40 A350 विमान होंगे। जबकि बोइंग के 190 बोइंग 737 Max, 20 बोइंग 787 और 10 बोइंग 777 एक्स विमान होंगे।

कांफ्रेंस की क्या हैं बड़ी बातें-

  • 1.चाहे Indo-Pacific क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता का विषय हो, या वैश्विक फूड और हेल्थ सिक्योरिटी, भारत और फ्रांस साथ मिल कर सकारात्मक योगदान दे रहे हैं।
  • 2.आज इंटरनेशनल आर्डर और मल्टीलेटरल सिस्टम की स्थिरता और संतुलन सुनिश्चित करने मे भारत-फ्रांस भागीदारी प्रत्यक्ष भूमिका निभा रही है।
  • 3.हमारी रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (उड़ान) के माध्यम से देश के सुदूर हिस्से भी एयर कनेक्टिविटी से जुड़ रहे हैं, जिससे लोगों के आर्थिक एवं सामाजिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है।
  • 4.यह महत्वपूर्ण डील भारत और फ्रांस के गहराते संबंधों के साथ-साथ, भारत के सिविल एविएशन सेक्टर की सफलताओं और आकांक्षाओं को भी दर्शाती है।

भारत के ‘Make in India – Make for the World’ विज़न से लाभ

भारत के ‘Make in India – Make for the World’ विज़न से लाभ के मुद्दे पर मैक्रोन ने मीटिंग में कहा कि यह अनुबंध भारत और फ्रांस के बीच रिश्तों को और मजबूत करेगा। इस मीटिंग में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, ज्योतिरादित्य सिंधिया और टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन भी शामिल रहे।

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