Telangana: डीजीपी अंजनी कुमार का सस्पेंशन रद्द, चुनाव आयोग ने कर दिया था निलंबित, काउंटिंग के दौरान रेवंत रेड्डी से गए थे मिलने
Telangana News: अंजनी कुमार 3 दिसंबर को काउंटिंग के दिन जब रूझानों में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत हासिल करते हुए दिख रही थी, तभी वे अचानक रेवंत रेड्डी से मुलाकात करने पहुंच गए थे।
Telangana News: तेलंगाना के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने एक और बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक अंजनी कुमार का निलंबन रद्द करते हुए उन्हें बहाल कर दिया है। कुमार 3 दिसंबर को काउंटिंग के दिन जब रूझानों में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत हासिल करते हुए दिख रही थी, तभी वे अचानक रेवंत रेड्डी से मुलाकात करने पहुंच गए थे। इस दौरान उन्होंने रेड्डी को एक गुलदस्ता भी भेंट किया था।
अंजनी कुमार के साथ दो और पुलिस अधिकारी संजय कुमार जैन और महेश एम भागवत भी थे। इस मुलाकात की तस्वीरें और वीडियो जैसे ही वायरल हुईं, हंगामा मच गया। सवाल उठने लगे कि जब मतों की गिनती जारी हो तब किसी डीजीपी का किसी पार्टी के राज्य प्रमुख जो कि खुद उम्मीदवार भी था, से मिलना कितना सही है ? आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए अंजनी कुमार को सस्पेंड कर दिया था। उनकी जगह एक सीनियर आईपीएस अधिकारी रवि गुप्ता को डीजीपी का अतिरिक्त चार्ज दिया गया था।
कौन हैं अंजनी कुमार ?
अंजनी कुमार भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1990 बैच के अधिकारी हैं। उन्हें एम महेंद्र रेड्डी की जगह तेलंगाना का पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया गया था। कुमार अविभाजित आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। उन्होंने अपने करियर में हैदराबाद के पुलिस आयुक्त, तेलंगाना के एंटी करप्शन ब्यूरी के डीजी और तेलंगाना के एडीजी के रूप में कार्य किया है। राज्य में वामपंथी उग्रवादियों के सफाये के लिए बनाए गए ग्रेहाउंड्स विशेष टीम की वो कमान संभाल चुके हैं। इस पद पर रहते हुए उनके शानदार काम के लिए उन्हें पुरस्कृत भी किया जा चुका है। अंजनी कुमार अपने बैच के सर्वश्रेष्ठ घुड़सवार के साथ-साथ सर्वश्रेष्ठ तैराक भी थे। उन्हें प्रतिष्ठित संयुक्त राष्ट्र शांति पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से उनकी नजदीकी को देखते हुए माना जा रहा है कि वे आने वाले समय में तेलंगाना में प्रभावी भूमिका में रहेंगे।