Telangana SSC Paper Leak: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय कुमार को मिली जमानत, आज आएंगे जेल से बाहर

Telangana SSC Paper Leak: गुरूवार को वारंगल मजिस्ट्रेट कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका स्वीकार करते हुए 20 हजार रूपये के मुचलके पर उन्हें बेल दे दिया दिय था।

Update:2023-04-07 13:49 IST
Bandi Sanjay Kumar (photo: social media )

Telangana SSC Paper Leak: पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए तेलंगाना बीजेपी चीफ बंदी संजय कुमार आज यानी शुक्रवार 7 अप्रैल को जेल से रिहा होंगे। गुरूवार को वारंगल मजिस्ट्रेट कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका स्वीकार करते हुए 20 हजार रूपये के मुचलके पर उन्हें बेल दे दिया दिय था। कुमार के वकील श्याम सुंदर रेड्डी के मुताबिक, आज रिलीज ऑर्डर जारी होने के बाद वो जेल से बाहर आ जाएंगे।

कोर्ट ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को तीन शर्तों पर जमानत दी है। अदालत ने कहा कि बंदी संजय देश छोड़कर नहीं जाएंगे, गवाहों को नहीं डराएंगे, धमकाएंगे और जांच में सहयोग करेंगे। दरअसल, बंदी संजय की गिरफ्तारी को लेकर तेलंगाना की राजनीति गरमा गई थी। विपक्षी भाजपा ने जमकर बवाल काटा था। बीजेपी का आरोप है कि सीएम केसीआर बदले की भावना से कार्रवाई कर रहे हैं क्योंकि उनकी बेटी कविता दिल्ली शराब घोटले में जांच का सामना कर रही है।

क्या है पेपर लीक का पूरा मामला ?

तेलंगाना पुलिस के मुताबिक, बीते 4 अप्रैल को वारंगल में संकेंडरी स्कूल सर्टिफिकेट (एसएससी) बोर्ड के हिंदी का प्रश्न पत्र परीक्षा के शुरु होने से पहले ही लीक हो गया था। शुरूआत में पुलिस ने बताया था कि मामले का मुख्य आरोपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय कुमार का करीबी है। लेकिन बाद में पुलिस ने बीजेपी नेता को भी इस केस में आरोपी बना दिया था।

पुलिस के अनुसार, पेपर लीक के पीछे सुनियोजित साजिश थी, जिसे बंदी संजय कुमार ने दो लोगों के साथ मिलकर अंजाम दिया था। इसका मकसद लोगों के बीच अफवाहें और अशांति फैलाना था। अभी तक पुलिस ने इस केस में 10 लोगों को आरोपी बनाया है, जिनपर धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया है।

बंदी संजय आधी रात को हुए थे गिरफ्तार

तेलंगाना बीजेपी चीफ बंदी संजय कुमार को पुलिस ने मंगलवार देर रात को इस मामले में गिरफ्तार किया था। अगले दिन उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें दो हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। बंदी इसके खिलाफ हाईकोर्ट चले गए थे, जहां से उन्हें राहत नहीं मिल पाई थी। उच्च न्यायलय ने बीजेपी नेता को लोकल कोर्ट में याचिका लगाने को कहा था। हाईकोर्ट में उनकी याचिका पर अगली सुनवाई 10 अप्रैल को होनी है।

बता दें कि तेलंगाना भी देश के उन चुनावी प्रदेशों में शामिल है, जहां इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में इस साल के आखिरी में चुनाव होने हैं। कर्नाटक के बाद दक्षिण भारत का ये दूसरा राज्य है, जहां बीजेपी को खुद के लिए अवसर नजर आ रहा है। यही वजह है कि राज्य में सत्तारूढ़ बीआरएस और विपक्षी भाजपा के बीच जोरदार घमासान देखने को मिल रहा है।

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