Telangana: अकबरुद्दीन ओवैसी बने प्रोटेम स्पीकर, राजा सिंह बोले- हिंदुओं को मारने की बात करने वाले के सामने नहीं लेंगे शपथ
Telangana News: रेड्डी के नेतृत्व वाली नई कांग्रेस सरकार ने एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरूद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है।
Telangana News: तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद नई सरकार का गठन हो चुका है। सात दिसंबर को रेवंत रेड्डी ने राज्य के पहले कांग्रेसी सीएम के तौर पर शपथ ली। राज्य में आज से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है, जिसमें सबसे पहले नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाया जाएगा। रेड्डी के नेतृत्व वाली नई कांग्रेस सरकार ने एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरूद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। राजभवन में राज्यपाल तमिलसाई सौंदर्यराजन ने आज उन्हें इस पद की शपथ दिलाई।
प्रोटेम स्पीकर के रूप में अकबरूद्दीन ओवैसी की नियुक्ति का विरोध शुरू हो गया है। उनके खिलाफ बीजेपी के फायरब्रांड लीडर और विधायक टी. राजा सिंह ने मोर्चा खोल दिया है। हैदराबाद की गौशामहल सीट से जीत की हैट्रिक लगाने वाले राजा सिंह ने साफ कर दिया है कि एआईएमआईएम के सामने बीजेपी का कोई भी विधायक शपथ नहीं लेगा। ओवैसी की नियुक्ति को लेकर सिंह ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा है।
‘हिंदुओं को मारने की बात करने वाले के सामने नहीं लेंगे शपथ’
बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने एक्स पर तेलुगु में एक वीडियो जारी कर कहा, कांग्रेस सरकार ने एक आदेश निकाला है कि अकबरूद्दीन ओवैसी के सामने सभी लोग शपथ समारोह में शामिल होंगे। ये राजा सिंह जब तक जिंदा है, AIMIM के सामने शपथ नहीं लेगा, अकबरूद्दीन ओवैसी के सामने शपथ नहीं लेगा। मैं सीएम रेवंत रेड्डी से पूछना चाहता हूं कि क्या आप भी बीआरएस के रास्ते पर चलना चाहते हैं। साल 2018 में बीआरएस सरकार की तरफ से ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था, तब भी हमने शपथ नहीं ली थी।
राजा सिंह ने अकबरूद्दीन ओवैसी पर आरोपों की बौछार करते हुए कहा कि उन्होंने सरकारी जमीनों पर कब्जा कर रखा है। वे तेलंगाना में रहकर हिंदुओं को मारने की बात करते हैं, क्या ऐसे लोगों के सामने शपथ लेंगे ? इसके बाद उन्होंने तेलंगाना सीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि रेवंत रेड्डी कहते थे कि बीआरएस, बीजेपी और एआईएमआईएम एक है, लेकिन अब बताइए कि AIMIM से आप का क्या रिश्ता है।
सिंह ने कहा कि विधानसभा में कई सीनियर विधायक थे, जिन्हें आप प्रोटेम स्पीकर बना सकते थे। मगर जानबूझकर अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए ऐसा किया गया। किसी भी हालत में बीजेपी का कोई विधायक उनके सामने शपथ नहीं लेगा। दरअसल, विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस लगातार कहती थी कि बीआरएस, बीजेपी और एआईएमआईएम एक है। इसको लेकर राहुल गांधी और असदुद्दीन ओवैसी के बीच तीखी जुबानी जंग भी देखने को मिली थी।
छठी बार विधायक बने हैं अकबरूद्दीन ओवैसी
दरअसल, आमतौर पर विधानसभा में सबसे सीनियर विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है। जिनका काम नए विधायकों को शपथ दिलाना और नए स्पीकर का चुनाव कराना होता है। अकबरूद्दीन ओवैसी ने एआईएमआईएम के टिकट पर छठी बार चंद्रयानगुट्टा विधानसभा सीट से जीत हासिल की है। तेलंगाना राज्य के बनने के बाद उन्होंन इस सीट से जीत की हैट्रिक लगाई है। यह सीट हैदराबाद संसदीय क्षेत्र में आती है, जहां से अकबरूद्दीन के बड़े भाई असदुद्दीन ओवैसी सांसद हैं।
दिलचस्प बात ये है कि उन्होंने इस बार यहां से बीआरएस के एस सीताराम रेड्डी को 81,660 वोटों के अंतर से हराया है। तेलंगाना में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने महज 9 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे और बाकी की सीटों पर पूर्व सीएम केसीआर की पार्टी बीआरएस को अपना समर्थन दिया था। 3 दिसंबर को जो नतीजे आए उसके मुताबिक, कांग्रेस को 64, बीआरएस को 39, बीजेपी को 8, AIMIM को सात और सीपीआई को एक सीट पर जीत मिली है।