Terror Attacks in India: जम्मू कश्मीर में आतंकी हमलों में आई कमी, संसद में गृह मंत्रालय ने पेश किए आंकड़े

Terror Attacks in India: केंद्र सरकार ने बताया कि इस दरम्यान जम्मू कश्मीर में भी सुरक्षा की स्थिति काफी बेहतर हुई है। जिसकी वजह सरकार की आतंकवाद के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-12-14 10:20 GMT

Terror Attacks in India (photo: social media )

Terror Attacks in India: आतंकवाद और अलगाववाद से प्रभावित जम्मू कश्मीर में आतंकी हमलों में कमी आई है। इस बात की तस्दीक केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संसद में की। मंत्रालय की ओर से संसद में दी गई लिखित जानकारी के मुताबिक, 2018 में जहां 417 आतंकी वारदातें हुई थीं, वहीं 2021 में घटकर ये 229 रह गईं। केंद्र सरकार ने बताया कि इस दरम्यान जम्मू कश्मीर में भी सुरक्षा की स्थिति काफी बेहतर हुई है। जिसकी वजह सरकार की आतंकवाद के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति है।

गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में पिछले साल यानी 2021 में 229 आतंकी हमले हुए थे जिनमें 42 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। इन घटनाओं में 41 आम नागरिकों की जान भी गई थी। इससे पहले साल 2020 में 244 आतंकी हमलों में 62 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे और 37 आम नागरिकों की मौत हुई थी। वहीं, 2019 में 255 आतंकी हमले हुए जिसमें 80 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए और 39 आम नागरिकों की जान गई।

नक्सली हिंसाओं में आई कमी

आतंकी वारदातों की तरह वामपंथी उग्रवाद संबंधी हिंसा में भी कमी आई है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, साल 2009 में नक्सली हिंसा की 2258 घटनाएं सामने आईं थीं, जो 2021 आते-आते सिमटकर 509 रह गई हैं। 2010 में नक्सली हिंसा में 1005 लोगों की जान गई थी, जो 2021 में कम होकर 147 रह गई हैं। मंत्रालय के अनुसार, नक्सली हिंसा के भौगोलिक विस्तार में भी कमी आई है। 2010 में देश के 96 जिले वामपंथी उग्रवाद संबंधी हिंसा के चपेट में थे। 2021 में केवल 46 जिले नक्सली हिंसा से प्रभावित हैं।

जम्मू कश्मीर में हो सकते हैं विधानसभा चुनाव

लगातार आतंकी घटनाओं में कमी देखते हुए केंद्र सरकार अगले साल देश के 9 अन्य राज्यों की तरह जम्मू कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव करा सकती है। 2019 में जम्मू कश्मीर का स्पेशल स्टेटस खत्म कर उसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था। जम्मू कश्मीर से लद्दाख को अलग कर उसे भी एक अलग केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। पिछले साल डीडीसी चुनवों के सफलतापूर्वक संपन्न कराने के बाद विधानसभा चुनाव कराने के आसार बढ़ गए हैं।

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