Independence Day: ‘राक्षसी कृत्य करने वाले दंडित हों', महिला डॉक्टर की घटना पर लाल किले से PM मोदी का इशारों में बड़ा संदेश
Independence Day: लाल किले के प्रचीर से पीएम मोदी ने कोलकाता में जूनियर महिला डॉक्टर के साथ रेप- हत्या की घटना का बिना नाम लिए कड़ी कार्रवाई की मांग की। प्रधानमंत्री ने कहा महिलाओं और बालिकाओं पर अत्याचार करने वालों को जल्द दंडित किया जाए।
Independence Day 2024: देश आज अपना 78 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11वीं बार लाल किले के प्राचीर से ध्वजारोहण करते हुए देश को संबोधित किया। इस बार प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संबोधन विकसित भारत @2047 थीम पर रहा। इस संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने जहां पर देश वासियों से संकल्प को पूर्ण करने के लिए 40 करोड़ आजादी के मतवालों को उदाहरण तो वहीं देश में महिलाओं पर हो रहे अपराध और उनकी सुरक्षा पर भी अपनी चिंता व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मात्र 40 करोड़ भारतीय आजादी के सपनों को पूरा कर सकते हैं तो आज हम 140 करोड़ भारतीय हैं, अगर हम सभी एक संकल्प के साथ एकजुट हो जाएं तो 2047 में जब हम अपना 100वां आजादी उत्सव मना रहे होंगे, तब भारत विकसित राष्ट्र होगा। साथ ही, पीएम मोदी ने देश में महिला और बेटियों के खिलाफ बढ़ रही अपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए आरोपियों को जल्द और कड़ी सजा देने पर चिंता व्यक्त की।
माताओं-बहनों के साथ हो रहा अत्याचार चिंता की बात
लाल किले के प्राचीर से पीएम मोदी ने कोलकाता में जूनियर महिला डॉक्टर के साथ रेप- हत्या की घटना का बिना नाम लिए कड़ी कार्रवाई की मांग की। प्रधानमंत्री ने कहा महिलाओं और बालिकाओं पर अत्याचार करने वालों को जल्द दंडित किया जाए। सजा की व्यापक चर्चा भी हो। हमारी माताओं-बहनों के साथ अत्याचार हो रहे हैं, यह चिंता की बात है। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के चलते जनमानस में आक्रोश है। उसे हम महसूस कर रहे हैं। मैं कहना चाहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द जांच हो। अपराधी को जल्द से जल्द सजा मिले।
सजा की खबर के साइज पर मोदी ने चिंता प्रकट की
महिलाओं और बहनों के साथ हुए अत्याचार की सजा पर छपी खबरों के साइज पर भी मोदी ने चिंता प्रकट की। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब महिलाओं पर अत्याचार की घटना होती है तो खबरों में उसकी चर्चा होती है, समाचार पत्रों पर बड़े बड़े पन्नों पर वह खबर प्रकाशित होती है, लेकिन जब इस घटना पर किसी आरोपी को सजा मिलती है, वह खबर एक छोटी सी लगती है, जोकि चिंता का विषय है।
डर पैदा करना बहुत जरूरी
उन्होंने कहा कि 'मैं चाहता हूं कि पाप करने वालों की सजा पर चर्चा हो। उन्हें फांसी पर लटकाना चाहिए। दोषियों में डर पैदा होना चाहिए। ये डर पैदा करना जरूरी है, तभी जाकर महिलाओं और बेटियों के खिलाफ यह अत्याचार बंद होगा। मुझे लगता है कि डर पैदा करना बहुत जरूरी है।
राज्य सरकारें उदाहरण पेश करें
उन्होंने आगे कहा, 'देश में महिलाओं के साथ बर्बरता हो रही है, उन पर अत्याचार हो रहे हैं। राज्य सरकारों से, शासन-प्रशासन से अपील करता हूं कि वो ऐसे उदाहरण पेश करें कि कोई किसी महिला के साथ ऐसा करने की हिमाकत नहीं कर सके। दुष्कर्म जैसा पाप करने वाले को फांसी की सजा हो ताकि कोई ऐसा करने की सोचे तो उसे पता हो कि जीवन से हाथ धोना होगा।