Chhattisgarh: कांकेर में सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में मारे गए तीन नक्सली, सर्च ऑपरेशन जारी
कांकेर के जंगल में सुरक्षाकर्मियों ने मुठभेड़ में तीन नक्सलियों को मार गिराया है। उनके पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं।
Naxalites Killed. वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों का एंटी-नक्सल ऑपरेशन जारी है। बस्तर के घने जंगलों में छिपे नक्सलियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस, सीआरपीएफ और बीएसएफ के जवान अलग-अलग अभियान चलाते रहते हैं। इस बीच रविवार को सुरक्षाकर्मियों को इस अभियान में बड़ी सफलता मिली है। कांकेर के जंगल में सुरक्षाकर्मियों ने मुठभेड़ में तीन नक्सलियों को मार गिराया है। उनके पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं। इलाके में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।
कांकेर के एसपी इंदिरा कल्याण एलेसेला ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह एनकाउंटर कोयलीबेड़ा के जंगल में उस वक्त हुई, जब जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर थी। सुरक्षाबलों ने मारे गए तीनों नक्सलियो का शव बरामद कर लिया है और उनके पास हथियार और अन्य सामग्रियां भी बरामद की गई हैं। फिलहाल मारे गए नक्सलियों की शिनाख्त नहीं हो पाई है।
नई सरकार आने के बाद भी हमले में कोई कमी नहीं
छत्तीसगढ़ में बीते साल दिसंबर माह में भारतीय जनता पार्टी की नई सरकार बनी है। सरकार को बने लगभग दो माह हुए हैं, लेकिन हमलों में कोई कमी नहीं आई है। बीते माह हुए कई हमलों में कुछ सुरक्षाकर्मियों की जान भी गई है। पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार की तरह नई विष्णुदेव साय सरकार के सामने भी नक्सली हिंसा एक बड़ी चुनौती है।
बता दें कि घने जंगलों वाला क्षेत्र छत्तीसगढ़ दूसरा सबसे अधिक नक्सली प्रभावित राज्य है। राज्य के 14 जिले इससे प्रभावित हैं। यहां हर साल नक्सली हमलों में औसतन 45 सुरक्षाकर्मी शहीद हो जाते हैं। मार्च 2023 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संसद में आंकड़े पेश करते हुए बताया था कि साल 2022 में छत्तीसगढ़ में 305 नक्सली हमले हुए थे। पिछले 10 साल में छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमलों में 418 जवान शहीद हुए, जबकि 663 नक्सलियों को मार गिराया गया।