आज है प्रवासी भारतीय दिवस: आज के दिन अंग्रेजों को पराजित कर भारत लौटे थे बापू
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की वतन वापिसी के दिन विश्व अप्रवासी दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी नौ जनवरी को ही 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे।
लखनऊ: आज प्रवासी भारतीय दिवस है। कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार इसे धूमधाम से नहीं मनाया जा रहा है लेकिन पिछले 17 साल से देश के ही नहीं विदेश में रहने वाले भारतीय भी इस दिन का खास तौर पर इंतजार करते रहे हैं। यह दिन है महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका विजय से वापस लौटकर आने का है। इस दिन से ही भारत के स्वाधीनता आंदोलन को नई ऊर्जा मिली और अंग्रेजी राज के खात्मे की उल्टी गिनती शुरू हो गई।
विश्व अप्रवासी दिवस
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की वतन वापिसी के दिन विश्व अप्रवासी दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी नौ जनवरी को ही 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे। महात्मा गांधी जब 1893 में दक्षिण अफ्रीका के नटाल प्रांत पहुंचे तो वहां पर उन्हें रंगभेदी नीति का सामना करना पड़ा। रेलगाड़ी के प्रथम श्रेणी कोच से उन्हें सामान समेत रेलवे स्टेशन पर उतार दिया गया। महात्मा गांधी चुप नहीं बैठे और इस नीति के खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई क्योंकि ये पूरे भारतीयों के सम्मान की बात थी।
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कड़ी मेहनत और काफी संघर्ष के बाद महात्मा गांधी अपने इस मिशन में कामयाब हो गए और पूरे 27 साल बाद विदेशी धरती को छोडक़र अपनी इस जीत के साथ वो 9 जनवरी 1915 को भारत लौट आएं। यह पहला अवसर था जब पूरी दुनिया में अंग्रेजी हुकूमत पर किसी को विजय मिली थी और वह भी किसी गोरे यूरोपीय को नहीं काले रंग वाले भारतीय को। उनके भारत आने की खुशी के बाद ही 2003 में पहली बार ये प्रवासी भारतीय दिवस मनाया गया।आपको बता दें कि 2003 से लगातार ये दिवस हर साल मनाया जा रहा है। अब तक देश की कई जगह पर इस कार्यक्रम को मनाया गया।
देखें अब तक कब कहां मनाया गया प्रवासी भारतीय दिवस आयोजन
2003 में 1 प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2004 में 2 प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2005 में 3 प्रवासी भारतीय दिवस, मुंबई
2006 में 4 प्रवासी भारतीय दिवस, हैदराबाद
2007 में 5 प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2008 में 6 प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2009 में 7 प्रवासी भारतीय दिवस, चेन्नई
2010 में 8 प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2011 मे 9 प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2012 में 10 प्रवासी भारतीय दिवस, जयपुर
2013 में 11 प्रवासी भारतीय दिवस, कोच्चि (केरल)
2014 में 12 प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2015 में13 प्रवासी भारतीय दिवस, गांधीनगर
2016 में आयोजन नहीं हुआ
2017 में 14 प्रवासी भारतीय दिवस, बंगलुरु
2018 में क्षेत्रीय प्रवासी भारतीय दिवस, सिंगापुर
2019 में 15 प्रवासी भारतीय दिवस , काशी
प्रवासी भारतीय दिवस मनाने का उद्देश्य
प्रवासी भारतीय दिवस को मानने के पीछे कुछ उद्देश्य है। सरकार का मानना है कि इस तरह के आयोजन से दूसरे देशों में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों का पारस्परिक संबंध बरकरार रहे।
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कुछ निर्धारित उद्देश्य
विदेश में रह रहे भारतीय प्रवासियों की परेशानी जानना और जितना हो सकें उसे दूर करना
युवा पीढी को अप्रवासियों से जोडऩा
रोजगार के अवसर के लिए
विश्व में हर जगह रह रहे अप्रवासी भारतीय का नेटवर्क बनाना
निवेश को बढ़ाना
अखिलेश तिवारी