Rajasthan Election 2023: ‘चुनाव बाद देश में लड्डू बंटने चाहिए या फिर लाहौर में’, बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी का विवादित बयान
Rajasthan Election 2023: गुर्जर बाहुल्य इलाके में कद्दावर कांग्रेस नेता सचिन पायलट को काउंटर करने के लिए भेजे गए रमेश बिधूड़ी ने उनके निर्वाचन क्षेत्र टोंक में जनसभा को संबोधित करते हुए पड़ोसी देश पाकिस्तान को चुनाव में घसीट लिया।
Rajasthan Election 2023: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार का शोर थमने का बाद अब राजस्थान में प्रचार अभियान जोर पकड़ने लगा है। इसी के साथ यहां पर विवादित बयानों का दौर भी शुरू हो चुका है। लोकसभा में बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करके विवादों में आए दिल्ली के बीजेपी सांसद और गुर्जर नेता रमेश बिधूड़ी अब अपने बयानों से राजस्थान की सियासत को गरमाने में जुट गए हैं।
गुर्जर बाहुल्य इलाके में कद्दावर कांग्रेस नेता सचिन पायलट को काउंटर करने के लिए भेजे गए रमेश बिधूड़ी ने उनके निर्वाचन क्षेत्र टोंक में जनसभा को संबोधित करते हुए पड़ोसी देश पाकिस्तान को चुनाव में घसीट लिया। उन्होंने कहा कि राजस्थान के चुनाव पर पूरे देश की नहीं बल्कि पाकिस्तान की भी नजर है, खासकर टोंक सीट पर।
‘चुनाव बाद देश में लड्डू बंटने चाहिए या फिर लाहौर में’
बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में रैली करने पहुंची फायरब्रांड लीडर रमेश बिधूड़ी ने कहा, टोंक के चुनाव नतीजे पर लाहौर की भी नजर है। हमें ध्यान रखना है कि चुनाव नतीजे आने के बाद भारत में लड्डू बंटने चाहिए, लाहौर में नहीं। उन्होंने कहा कि टोंक के कुछ लोग पीएफआई को शरण देने का काम करते हैं। सोशल मीडिया पर दिल्ली से बीजेपी सांसद बिधूड़ी का ये वीडियो खूब वायरल हो रहा है।
बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि टोंक पर हमास जैसे आतंकवादी नजर गड़ाए हुए बैठे हैं। अगर यहां कोई समुदाय विशेष का व्यक्ति एक्सीडेंट में मारा जाता है तो उसके परिवार को नौकरी और 50 लाख रूपये मिलते है। जबकि दूसरी ओर किसी बेकसूर कन्हैया की हत्या कर दी जाती है तब भीख के रूप में 5 लाख रूपये दिए जाते हैं। इस चुनाव पर देश की नहीं, देश के बाहर बैठे दुश्मनों की भी है, यह अस्मिता का सवाल है।
टोंक में है दिलचस्प चुनाव
टोंक में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है। यही वजह है कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने यहां से अपने सीटिंग विधायक का टिकट काटकर वसुंधरा राजे सरकार में कैबिनेट मंत्री और प्रदेश पार्टी का बड़ा मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले यूनुस खान को सचिन पायलट के खिलाफ उतारा था। लेकिन खान को पायलट के हाथों 54 हजार से अधिक मतों से हार का सामना करना पड़ा था। पिछली बार टोंक में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने बाहर प्रत्याशियों को उतारा था। लेकिन इस बार बीजेपी ने लोकल उम्मीदवार को मैदान में उतारकर पूर्व डिप्टी सीएम पायलट की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
दरअसल, टोंक विधानसभा सीट पर इस बार स्थानीय बनाम बाहरी का इस बार बड़ा मुद्दा है। सचिन पायलट जैसे बड़े नेता होने के बावजूद क्षेत्र में उनके द्वारा समय न दिए जाने को लेकर लोगों में खासी नाराजगी बताई जाती है। बीजेपी ने टोंक के ही रहने वाले अजीत सिंह मेहता को टिकट दिया है, जिन्होंने 2013 के चुनाव में कांग्रेस के सऊद सईदी को 30 हजार 343 मतों से पराजित किया था।
बता दें कि राजस्थान में 25 नवंबर को 199 सीटों पर वोटिंग होगी। पिछले दिनों करणपुर से कांग्रेस उम्मीदवार के देहांत हो जाने के कारण अब उस सीट पर चुनाव बाद उपचुनाव कराया जाएगा। नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।