Tunnel Laborers Rescued: मेडिकल चेकअप के लिए ऋषिकेश एम्स लाए गए मजदूर, एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से किए गए एयरलिफ्ट

Tunnel Laborers Rescued: मंगलवार को सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के बाद सबसे पहले चिन्यालीसौड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-11-29 15:10 IST

Tunnel Laborers Rescued  (photo: social media )

Tunnel Laborers Rescued: उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित निर्माणधीन टनल में फंसे सभी 41 मजदूरों की सुरक्षित निकासी के बाद से देश में हर ओर जश्न का माहौल है। मजदूरों के परिवार में आतिशबाजी हो रही है और मिठाईयां बंट रहे हैं। मंगलवार को सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के बाद सबसे पहले चिन्यालीसौड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां डॉक्टरों की देखरेख में रातभर उन्होंने आराम किया। इसके बाद आज यानी बुधवार दोपहर को सभी श्रमिकों को एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स लाया गया है। एयरफोर्स का चिनूक हेलीकॉप्टर मजदूरों को चिन्यालीसौड़ से लेकर ऋषिकेश पहुंचा।

उत्तरकाशी जिले के सीएमओ आरसीएस पवार ने बताया कि आज सुबह सभी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की गई। सभी स्वस्थ हैं। उन्हें देर रात और सुबह सामान्य भोजन दिया गया। उनकी मेंटल हेल्थ की काउंसलिंग भी की गई है। बता दें कि मजदूर जब सुरंग के अंदर भी फंसे थे, तब भी मनोचिकित्सकों की एक टीम रोजाना उनसे बात करती थी और उन्हें मानसिक रूप से फिट रहने की सलाह देती थी।

मजदूरों के परिवार के साथ दिवाली मनाएं सीएम धामी

उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मजदूरों के परिवार को आज राजधानी देहरादून स्थित अपने आधिकारिक आवास पर बुलाया है। मुख्यमंत्री धामी ईगास-बग्वाल पर्व के मौके पर मजदूरों के घरवालों के साथ दीपावली मनाएंगे। चिन्यालीसौड़ में रेस्क्यू किए गए श्रमिकों एवं उनके परिजनों से मुलाकात के दौरान उन्होंने अपने आवास पर आने का न्योता दिया।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी टनल से बाहर निकाले गए श्रमिकों से फोन पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि 17 दिन कम नहीं होते। आप लोगों ने बड़ी हिम्मत दिखाई। एक दूसरे का हौसला और धैर्य बनाए रखा। मैं लगातार सीएम पुष्कर सिंह धामी के संपर्क में था और उनसे जानकारियां लेते रहता था।

बता दें कि रविवार 12 नवंबर को सुबह चार बजे चारधाम परियोजना के तहत ब्रह्मकमल और यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सिल्क्यारा और डंडलगांव के बीच बनाई जा रही एक निर्माणधीन टनल धंस गई थी, जिसके अंदर 41 श्रमिक फंस गए थे। उन्हीं को निकालने के लिए पिछले 17 दिनों से जद्दोजहद की जा रही थी। रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के अलावा कई विदेशी कंपनियों और विशेषज्ञों से सहयोग लिया गया, जिसका बाद जाकर मंगलवार रात को सभी श्रमिकों को बाहर निकाला गया।

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