Scindia Vs Chidambaram: देश में नए एयरपोर्ट्स के निर्माण पर मचा घमासान, ट्विटर पर सिंधिया और चिदंबरम आमने-सामने
Scindia Vs Chidambaram: नई दिल्ली. देश के दो कद्दावर राजनेताओं के बीच नए एयरपोर्ट्स के निर्माण पर घमासान मच गया है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के बीच ट्विटर पर छिड़े इस जंग में सत्ता और विपक्ष के अन्य सदस्य भी कूद पड़े।
Scindia Vs Chidambaram: नई दिल्ली. देश के दो कद्दावर राजनेताओं के बीच नए एयरपोर्ट्स के निर्माण पर घमासान मच गया है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के बीच ट्विटर पर छिड़े इस जंग में सत्ता और विपक्ष के अन्य सदस्य भी कूद पड़े। बहस की शुरूआत पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम के उस ट्वीट से हुई, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार के देश में हवाई अड्डों के निर्माण को लेकर किए गए दावों पर सवाल उठाया है। जिसका जवाब इस मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे सिंधिया ने लंबा-चौड़ा ट्वीट करके दिया।
क्या कहा था चिदंबरम ने ?
यूपीए सरकार के दौरान केंद्र में वित्त एवं गृह जैसे अहम मंत्रालय संभाल चुके पी. चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा, केंद्र सरकार दावा करती है कि पिछले सात सालों में उसने देश में 74 हवाई अड्डे बनाए हैं। यह दावे खोखले और झूठे हैं। मई 2014 के बाद से देश में केवल 11 एयरपोर्ट्स बनाए गए हैं, जो चालू हैं। 74 "हवाई अड्डों" में 9 हेलीकॉप्टर स्टेशन और दो वॉटरड्रोम शामिल हैं। 'उद्घाटन' के तुरंत बाद वॉटरड्रोम बंद हो गए।
74 "हवाई अड्डों" में से 15 अब उपयोग में नहीं हैं क्योंकि वहां कोई उड़ानें नहीं हैं। भाजपा-एनडीए सरकार ने 479 नए मार्ग लॉन्च किए। इनमें से 225 अब परिचालन में नहीं हैं। चिदंबरम ने अपने इस ट्वीट में दी गई जानकारी के लिए एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला दिया। इसके बाद केंद्र सरकार पर बरसते हुए कहा कि सरकार की हर योजना को आंशिक रूप से सच और अधिकांशतः झूठ के रूप में उजागर किया जा सकता है। शेखी बघारना और अतिशयोक्ति वर्तमान सरकार की पहचान है।
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The claims of the government that they had built "74 airports in the last 7 years" are hollow and untrue
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 30, 2023
Only 11 new airports were built since May 2014 and which are operational
The 74 "airports" include 9 helicopter stations and two waterdromes. The waterdromes closed down…
सिंधिया ने किया पलटवार
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पी.चिदंबरम को ट्विटर पर ही उनके आरोपों का जवाब दिया। सिंधिया ने चिदंबरम के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, वर्तमान कांग्रेस फैक्ट्स की जांच पड़ताल नहीं करती है। उन्होंने अपने ट्वीट में सिलसिलेवार ढंग से उड़ान योजना और देश में चालू किए गए नए एयरपोर्ट्स के बारे में जानकारी दी। सिंधिया ने कहा, पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में 74 हवाई अड्डों को "परिचालित" किया गया है, जिनमें से कुछ दशकों से अप्रयुक्त पड़े थे। पिछली यूपीए सरकार द्वारा रूचि न लिए जाने के कारण उन पर राष्ट्रीय देनदारियां थीं। इसलिए 74 की सूची में पूर्व अप्रयुक्त हवाई अड्डों के साथ-साथ नए हवाई अड्डे भी शामिल हैं। पिछली यूपीए सरकार द्वारा की गई शून्य पहल के लिए धन्यवाद।
चिदंबरम की तरह सिंधिया ने भी अपने ट्वीट के आखिरी में कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लेते हुए लिखा, चिदंबरम जी, स्पष्ट रूप से, तथ्यों की जाँच करना वर्तमान कांग्रेस का मजबूत पक्ष नहीं है। अस्तित्व और प्रासंगिकता की हताशा ने आप जैसे वरिष्ठ समझदार नेताओं को प्रभावित किया है। कृपया आधे-अधूरे सत्य को कायम न रखें।
1. The Govt. under the visionary leadership of PM Modi has “operationalised” 74 airports, some of which had been lying unutilized for decades & were national liabilities, thanks to zero initiative taken by the previous UPA govts! Therefore, the list of 74 includes, both,… https://t.co/RivHygyqys
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 30, 2023
मोदी कैबिनेट के एक अन्य सीनियर मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सिंधिया के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, आंकड़ों का ढिंढोरा पीटने के बजाय, चिदंबरम जी को यह याद रखना बेहतर होता कि 2014 से पहले देश में कितने हवाई अड्डे चालू थे।
Instead of rattling out numbers, Chidambaram Ji would have done better by remembering how many of the airports were operational in the country prior to 2014.
My colleague Sh @JM_Scindia Ji gives him deft, comprehensive & fact-based answers. pic.twitter.com/xOSDS1oyS1— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) July 30, 2023
बता दें कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया किसी जमाने में वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के कैबिनेट सहयोगी हुआ करते थे। दोनों नेता मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली यूपीए सरकार में मंत्री रह चुके हैं। 2020 में सिंधिया ने अपनी राजनीतिक निष्ठा को बदलते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया और फिर मोदी कैबिनेट का हिस्सा बन गए। जिसके बाद कभी सियासी सहयोगी रहे सिंधिया और चिदंबरम सियासी प्रतिद्वंदी बन गए।