ट्रेन से कटने से दो की मौत, 50 से ज्यादा टुकड़ों में बंटे शरीर, 40 लोगों ने खोजा शव
ट्रेन की टक्कर से शरीर के इतने टुकड़े हो गए थे कि चेहरा पहचान पाना तक मुश्किल हो गया था। मृतकों के शव के टुकड़े ढूंढने में पुलिस सहित करीब 40 लोग दो घंटे तक ट्रैक पर जुटे रहे।
सतना: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां रेलवे ट्रैक पर कर्नाटका एक्सप्रेस से कटने से दो लड़कों की डेथ हो गई। दोनों के शरीर के 50 से 60 टुकड़े हो गए।
करीब 100 मीटर दूर तक उनके चिथड़े उड़ते हुए गए। जिसने भी अपनी आंखों से दोनों लड़कों को ट्रेन से कटते हुए देखा वो कांप उठा। रेलवे ट्रैक पर हर तरफ शोर सुनाई दे रहा था। लोग जोर-जोर से चिल्ला रहे थे। भीड़ आक्रोशित हो उठी और रेलवे ट्रैक पर जा पहुंची। सुरक्षा कारणों से वाघोड़ा में तीन ट्रेनें आधे घंटे तक खड़ी रहीं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ये तीनों लड़के बिरोदा के रहने वाले थे। 19 साल के इरफान और 16 साल के कलीम शुक्रवार शाम 6 बजे रेलवे ट्रैक से बुरहानपुर की ओर आ रहे थे।
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कुछ ही देर बाद कर्नाटका एक्सप्रेस भुसावल से लालबाग रेलवे स्टेशन पर आ रही थी। इसी दौरान रेलवे ट्रैक के पोल नंबर 496/2 से 496/4 के बीच दोनों की ट्रेन से कटने से मौत हो गई।
ट्रेन जैसे ही लालबाग रेलवे स्टेशन पर पहुंची। कर्नाटका एक्सप्रेस के ड्राइवर ने अफसरों को हादसे की सूचना दी। ड्राइवर ने उन्हें बताया कि दोनों लड़के ट्रैक पर चल रहे थे। हॉर्न बजाने पर भी वह ट्रैक से नहीं हटे जिस वजह से दोनों ट्रेन की चपेट में आ गये।
उसने ये भी बताया कि उस वक्त दूसरे ट्रैक पर भी ट्रेन आ गई थी। उधर इस हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे व पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। आस-पास के गांव के लोगों को जब ये बात मालूम पड़ी तो वे भी ट्रैक पर मृतकों की शिनाख्त करने दौड़ पड़े गए लेकिन ग्रामीणों और पुलिस को सिर्फ दो धड़ मिले। दोनों के चिथड़े उड़ चुके थे।
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कलीम 12वीं का छात्र था और इरफान मजदूरी करता था
अभी तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक कलीम 12वीं का छात्र था और इरफान मजदूरी करता था। ग्रामीणों ने बताया कि अधिकांश लोग ट्रैक के पार शौच के लिए जाते हैं। हो सकता है कलीम और इरफान भी शौच के लिए गए हों। देर रात पुलिस शव के हिस्से जिला अस्पताल लेकर पहुंची।
ट्रेन की टक्कर से शरीर के इतने टुकड़े हो गए थे कि चेहरा पहचान पाना तक मुश्किल हो गया था।मृतकों के शव के टुकड़े ढूंढने में पुलिस सहित करीब 40 लोग दो घंटे तक ट्रैक पर जुटे रहे।
यातायात प्रभावित होने की सूचना मिलने पर लोगों को ट्रैक से हटाया गया। करीब शाम 7 बजे से फिर ट्रैक पर ट्रेनों का यातायात शुरू किया गया। इस हादसे के बाद से आसपास के गांव के लोग बेहद दुखी हैं। उनके अंदर इस घटना को लेकर बेहद रोष है।
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