गुड फ्राइडे पर छुट्टी रद्द कर इसाईयों की धार्मिक भावनाओं को आहत कर दिया इन प्रदेशों ने

दादरा-नागर हवेली और दमन एवं दीव में बिना किसी पूर्व सूचना के 19 अप्रैल को गुड फ्राइडे की छुट्टी रद्द किए जाने से ईसाई समुदाय नाराज है। हार्मोनी फाउंडेशन के प्रमुख अब्राहम मैथई ने कहा, यह बिल्कुक अनुचित और अस्वीकार्य है, इसने इसाईयों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है और हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।

Update: 2019-03-13 10:26 GMT

नई दिल्ली : दादरा-नागर हवेली और दमन एवं दीव में बिना किसी पूर्व सूचना के 19 अप्रैल को गुड फ्राइडे की छुट्टी रद्द किए जाने से ईसाई समुदाय नाराज है। हार्मोनी फाउंडेशन के प्रमुख अब्राहम मैथई ने कहा, यह बिल्कुक अनुचित और अस्वीकार्य है, इसने इसाईयों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है और हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।

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उन्होंने कहा कि क्रिसमस के बाद ईसाई समुदाय के लिए गुड फ्राइडे को सार्वभौमिक रूप से सबसे पवित्र दिन के रूप में जाना जाता है। भारत सरकार ने इसे राजपत्रित राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषित किया हुआ है। समुदाय के निस्वार्थ प्रयासों की सराहना के बजाए यह अनुचित और अन्यायपूर्ण कदम थोपा गया है।

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मैथई ने केंद्र व केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन से संबंधित अधिकारियों द्वारा लिए गए फैसलों को बदलने का आह्वान किया और कहा कि समुदाय ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है।

आपको बता दें, नवंबर 2018 में जिला प्रशासन अधिसूचना में बदलाव किया गया था। अधिसूचना में गुड फ्राइडे को राष्ट्रीय सार्वजनिक अवकाश को रेस्ट्रिक्टेड हॉलीडे में डाल दिया गया था।

 

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