UGC NET Paper Leak: सिर्फ इतने रुपए में बिके नेट के पेपर, टेलीग्राम के जरिए देश भर में पहुंचा

UGC NET June 2024: 18 जून को हुई यूजीसी नेट की परीक्षा के पेपर एक दिन पहले ही लीक हो गए थे। टेलीग्राम ऐप के जरिए इसे देश भर में पहुंचाया गया।

Written By :  Sidheshwar Nath Pandey
Update: 2024-06-21 06:12 GMT

UGC NET Paper Leak (Pic: Social Media)

UGC NET Paper Leak: पेपर लीक और शुचिता से समझौता के बाद भले ही यूजीसी नेट जून 2024 की परीक्षा रद्द कर दी गई हो मगर इसपर होने वाले खुलासा चौंकाने वाले हैं। 18 जून को हुई परीक्षा को 19 जून को रद्द कर दिया गया। जानकारी के अनुसार गृह मंत्रालय को 17 जून को ही पेपर लीक की जानकारी मिल गई थी। इस जानकारी में बताया गया कि यूजीसी नेट का पेपर एक दिन पहले से इंटरनेट पर शेयर किया जा रहा था। नकल माफियाओं ने पेपर को महज 5,000 में बेचा। इसे सोशल मीडिया प्लैटफार्म टेलीग्राम के जरिए पूरे देश में पहुंचाया गया। इस बात की अफवाह को परीक्षा से पहले गंभीरता से नहीं लिया गया। परीक्षा होने के बाद प्रसारित पेपर की जांच करने पर इस बात की पुष्टि हुई। 

गंभीरता से नहीं लिया गया मामला

परीक्षा माफियाओं ने यूजीसी नेट के पेपर को एक दिन पहले यानी 17 जून को ही लीक कर दिया था। इस बात की चर्चा भी हुई। मगर परीक्षा के पहले होने प्रसारित किए जाने वाले अफवाहों पर ध्यान न देते हुए इस मामले को भी गंभीरता से नहीं लिया गया। इसी के चलते 18 जून को सुनियोजित परीक्षा कराई गई। मगर परीक्षा होने के बाद टेलीग्राम पर मिले पेपर से मिलान कराया गया। मिलान में इंटरनेट पर प्रसारित किया जाने वाला पेपर हूबहु एक जैसे थे। इसके बाद ही शिक्षा मंत्रालय और एनटीए हरकत में आए। कल से ही देश भर में छात्र इसका विरोध कर रहे हैं।

सिर्फ 5000 रुपए में बिका पेपर

यूजीसी नेट के वायरल हो रहे पेपर को सिर्फ पांच हजार रुपए में बेचा गया। इसे टेलीग्राम ऐप के जरिए देश के कोने कोने तक पहुंचाया गया। इसकी जानकारी गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारतीय साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर की राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषण इकाई को मिली। इसी इनपुट के बाद परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया गया। इस मामले के बाद मंत्रालय ने आगामी परीक्षाओं को लेकर साइबर एजेंसियों सहित दूसरी एजेंसियों को सतर्क रखा जा रहा है। 

सीबीआई कर रही है मामले की जांच

परीक्षा प्रक्रिया की उच्चतम स्तर की पारदर्शिता और पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा रद्द कर मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। गड़बड़ी की निष्पक्ष जांच के लिए मामले को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शुरुआती कर्रवाई करते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि, परीक्षा फिर से आयोजित की जाएगी। जिसकी जानकारी शिक्षा मंत्रालय जल्द ही अलग से साझा करेगी। 

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