UNSC में कश्मीर पर चीन और पाक को तगड़ा झटका, भारत के साथ खड़ा हुआ रूस

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में चीन की मांग पर जम्मू कश्मीर मुद्दे को लेकर बैठक खत्म हो चुकी है। इस बैठक में चीन और पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगा है। कश्मीर मुद्दे पर रूस भारत के साथ खड़ा हो गया। रूस ने कश्मीर को लेकर सिर्फ द्विपक्षीय बातचीत का समर्थन किया है। 

Update: 2019-08-16 15:42 GMT

वाशिंगटन: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में चीन की मांग पर जम्मू कश्मीर मुद्दे को लेकर बैठक खत्म हो चुकी है। इस बैठक में चीन और पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगा है। कश्मीर मुद्दे पर रूस भारत के साथ खड़ा हो गया। रूस ने कश्मीर को लेकर सिर्फ द्विपक्षीय बातचीत का समर्थन किया है।

यूएनएससी की बैठक खत्म होने के बाद चीनी राजदूत ने कहा कि भारत ने जो संवैधानिक संशोधन किया है उससे मौजूदा स्थिति बदल गई है। चीन ने कहा कि कश्मीर में हालात चिंतित करने वाले हैं। चीन ने कहा है कि कोई पक्ष एकतरफा कार्रवाई न करे। ऐसी एकतरफा कार्रवाई वैध नहीं है। बता दें कि हाल ही में भारत के जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है।

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पाकिस्तान यूएनएससी में लगातार जम्मू कश्मीर के मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान के लिए अब कश्मीर गले की हड्डी बन चुका है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर उसने यह मुद्दा काफी उठाया, लेकिन उसकी एक भी दलील काम नहीं आई।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के लगभग सभी देशों (चीन को छोड़कर) ने उनकी मदद करने से इंकार कर दिया। उसका इस मुद्दे पर सिर्फ चीन ही साथ दे रहा है। पहली बार संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्था को बंद कमरे में बैठक करनी पड़ी है।

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वहीं कश्मीर पर यूएन के इतिहास में यह दूसरी बार बैठक हुई। इससे पहली बैठक 1971 के मुद्दे पर हुई थी। यूएनएससी में सदस्यों की संख्या 15 है, जिसमें से 5 स्थायी और 10 अस्थायी हैं।

अस्थायी सदस्यों का कार्यकाल कुछ ही वर्षों का होता है, जबकि स्थायी सदस्य वही रहते हैं। स्थायी सदस्य हैं- अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन और फ्रांस। अस्थाई देशों में बेल्जियम, कोट डीवोएर, डोमिनिक रिपब्लिक, इक्वेटोरियल गुएनी, जर्मनी, इंडोनेशिया, कुवैत, पेरू, पोलैंड और साउथ अफ्रीका जैसे देश शामिल हैं।

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