Punjab News: पंजाब से आने वाले इस केंद्रीय मंत्री की मोदी कैबिनेट से होगी छुट्टी!, लोकसभा चुनाव में भी कट सकता है पत्ता
Punjab News: गृह मंत्री अमित शाह ने पंजाब के गुरूदासपुर में रैली की थी। जिसमें विजय सांपला भी मौजूद थे। उनकी शाह से करीबी को देखते हुए अटकलें लगने लगीं कि उन्हें चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है।
Punjab News: 2024 के आम चुनाव को लेकर तमाम सियासी पार्टियां मिशन मोड में आ चुकी हैं। पक्ष-विपक्ष दोनों ही खेमे में हलचल है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी राज्य दर राज्य लगातार संगठन को कस रही है और नए सहयोगियों को साथ ला रही है। इसी क्रम में पंजाब में बड़ा डेवलपमेंट देखने को मिल रहा है। राज्य की होशियापुर लोकसभा सीट से सांसद और केंद्र में मंत्री सोम प्रकाश की कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है।
केंद्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश फिलहाल छुट्टी पर चल रहे हैं। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल में अब जब भी फेरबदल होगा, उनकी रवानगी तय है। इतना ही नहीं, इसबार बीजेपी उन्हें लोकसभा का चुनाव भी नहीं लड़ाएगी। उनकी जगह पर पुराने भाजपाई और इसी सीट से सांसद रह चुके विजय सांपला को मौका मिल सकता है।
Punjab News: ऐसी अटकलों को बल तब और मिला जब सांपला ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। यह पद एक संवैधानिक पद होता है, इस पर बैठा व्यक्ति कोई चुनाव नहीं लड़ सकता। लिहाजा उनके इस्तीफे के बाद माना जा रहा है कि सांपला एकबार फिर होशियारपुर सुरक्षित सीट से बीजेपी के टिकट पर मैदान में होंगे। वे 2014 में भी यहां से सांसद का चुनाव जीत चुके हैं।
गुरूदासपुर रैली में शाह के साथ थे मौजूद
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पंजाब के गुरूदासपुर में रैली की थी। जिसमें विजय सांपला भी मौजूद थे। उनकी शाह से करीबी को देखते हुए अटकलें लगने लगीं कि उन्हें चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। होशियारपुर में उनके समर्थकों ने तो पोस्टर भी लगा दिए हैं, जिसमें उनके सांसद का चुनाव लड़ने की बात कही गई है।
सुनील जाखड़ के आने के बाद पंजाब बीजेपी एक्टिव
दिग्गज कांग्रेसी रहे सुनील जाखड़ के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से भारतीय जनता पार्टी पंजाब में काफी एक्टिव नजर आ रही है। जाखड़ कई अंसतुष्ट पुराने कांग्रेसियों को भगवा दल में लाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। उनकी इसी कोशिश का नतीजा था कि बीते दिनों चार बार के विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अश्वनी सेखड़ी ने अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा। लोकसभा चुनाव तक ऐसे कई कांग्रेसियों के शामिल होने की संभावना है।
पंजाब में अकेले लड़ने की तैयारी !
पंजाब में भारतीय जनता पार्टी पारंपरिक रूप से काफी कमजोर रही है। 2019 में अकाली दल से गठबंधन के बावजूद महज दो सांसद ही चुनकर आ पाए थे। शिअद के साथ अगर बातचीत परवान नहीं चढ़ती है तो बीजेपी अकेले अपने दम पर भी ताल ठोंक सकती है। दरअसल, शिअद ने यूसीसी पर कड़ी आपत्ति जताई है। इसलिए बीजेपी आम चुनाव से पहले पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर मजबूत उम्मीदवारों की तलाश कर रही है।