Vande Bharat Train: वंदे भारत पर पत्थरबाजी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, शराब के नशे में दिया था घटना को अंजाम
Vande Bharat Train: बीते रविवार को एक ऐसी ही घटना सामने आई थी। राउरकेला-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई थी।
Vande Bharat Train: वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन बीते चार सालों में लगभग देश के सभी राज्यों में पहुंच चुकी है। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट भी कहा जाता है। उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से लेकर पश्चिम तक जब भी किसी नई वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन का मौका आया, पीएम मोदी खुद मौजूद रहे। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह ट्रेन पहले दिन से एक अलग समस्या का सामना कर रही है, वह है अराजक तत्वों द्वारा इस पर पत्थरबाजी।
बीते रविवार को एक ऐसी ही घटना सामने आई थी। राउरकेला-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थरबाजी की गई थी। इस घटना में ट्रेन के एक कोच की खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे यात्रियों में दहशत मच गई थी। पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने जो वजह बताई वो हैरान कर देने वाली है।
शराब के नशे में दिया था घटना को अंजाम
ईस्ट कोस्ट रेलवे (ईसीओआर) ने बताया कि रविवार को ओडिशा में भुवनेश्वर-संबलपुर लाइन के ढेंकनाल-अंगुल खंड में मेरामंडली और बुधपंक स्टेशनों के बीच वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंके गए थे। रेलवे पुलिस ने इसकी जांच शुरू की और मंगलवार को उसी जगह से दो संदिग्ध लोगों को पूछताछा के लिए हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि शराब पीने के बाद फन करने के लिए ट्रेन पर पत्थर बरसाए थे। जिसके बाद दोनों को अरेस्ट कर लिया गया। दोनों के विरूद्ध मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
जब बकरी कटने से नाराज आरोपी ने की पत्थरबाजी..
11 जुलाई को गोरखपुर से लखनऊ जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर सोहावल और देवरा कोट के बीच पत्थरबाजी हुई थी। शुरू में लगा कि इस घटना को अराजक तत्वों ने अंजाम दिया। लेकिन जब मामले की जांच में जुटी रेलवे पुलिस ने एक पिता और उसके दो बेटों को गिरफ्तार किया तो हैरान कर देने वाली वजह सामने आई।
दरअसल, घटना से दो दिन पहले 9 जुलाई को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर आरोपी मुन्नू पासवान की छह बकरियां कट कर मर गई थीं। इस घटना को लेकर मुन्नू बेहद आक्रोशित था। उसने इसका बदला लेने के लिए अपने दो बेटों अजय कुमार और विजय कुमार के साथ 11 जुलाई को गोरखपुर से लखनऊ जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थरबाजी कर दी। इस घटना में ट्रेन के तीन कोच के चार खिड़कियों के शीशे चटक गए थे। गनीमत रही की घटना में किसी यात्री को चोट नहीं आई।