सिर्फ माल्या ही नहीं इन सभी भगोड़ों को भारत लाने की तैयारी में है सरकार
नीरव मोदी के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है। नीशल और सुभाष परब के लिए यूएई से प्रत्यर्पण की मांग की गई। एंटीगुआ में रह रहे चोकसी के खिलाफ प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा गया है।
नई दिल्ली : केंद्र की बीजेपी सरकार ने संसद को बताया कि भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी, नितिन और चेतन संदेसरा सहित विजय माल्या, नीरव मोदी, ललित मोदी और बिचौलिए गुईडो राल्फ हाश्चके के साथ ही कार्लो गेरोसा उन 58 आर्थिक भगोड़ों में शामिल हैं, जिन्हें वापस लाने के लिए प्रत्यर्पण की मांग, इंटरपोल से रेड कार्नर नोटिस और और लुक आउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया गया है।
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इन एजेंसीज ने किया है अनुरोध
प्रवर्तन निदेशायलय, सीबीआई और राजस्व खुफिया निदेशालय ने बेल्जियम, मिस्र, अमेरिका, यूएई, ब्रिटेन और एंटीगुआ को प्रत्यर्पण संबंधी अनुरोध भेजे हैं।
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किन देशों को भेजा अनुरोध
चॉपर घोटाले के लिए गुईडो हाश्चके और कार्लो गेरोसा को प्रत्यर्पित करने के लिए इटली को अक्तूबर में एक बार फिर प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा गया है। इससे पहले नवंबर 2017 में गेरोसा के लिए और जनवरी 2018 में हाश्चके के लिए प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा था। जिसे इटली ने वापस कर दिया था।
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नीरव मोदी के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है।
नीशल और सुभाष परब के लिए यूएई से प्रत्यर्पण की मांग की गई।
एंटीगुआ में रह रहे चोकसी के खिलाफ प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा गया है।
आशीष जोबनपुत्र और पत्नी प्रीति के खिलाफ अमेरिका को प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा गया है।
ललित मोदी के लिए प्रत्यर्पण की मांग सिंगापुर, हांग कांग, यूएई और मॉरिशियस से की गई। जबकि दीपक तलवार और संजय भंडारी की तलाश जारी है।