जाएगी कईयों की नौकरी: मंदी ने इस बड़ी कंपनी का किया बुरा हाल
घाटे में कंपनी टाटा ग्रुप ने वॉलमार्ट का होलसेल बिजनस खरीदने के लिए बातचीत की थी, लेकिन उसे बाद में यह फायदेमंद सौदा नहीं लगा। वॉलमार्ट इंडिया के बेस्ट प्राइस स्टोर्स का मार्च 2019 तक 2,180.8 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
नई दिल्ली: घाटे में चल रही मशहूर वॉलमार्ट इंडिया अब अपने कर्मचारियों को झटका देने की तैयारी कर रही है। कंपनी अपने स्टोर्स बिजनस से जुड़े सीनियर एग्जिक्यूटिव्स को हटाने जा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी गुरुग्राम के मुख्यालय में काम करने वाले सोर्सिंग, ऐग्री बिजनस और FMCG डिविजन के वाइस प्रेसिडेंट्स सहित 100 से अधिक सीनियर एग्जिक्यूटिव्स की छंटनी करने वाली है।
कंपनी ने लिया बड़ा फैसला
बता दें कि इससे पहले रूम्स कंपनी ओयों ने भी अपने कर्मचारियों की छंटनी की थी। रिपोर्ट के मुताबिक वॉलमार्ट को देश में कैश-ऐंड-कैरी बिजनस में कोई भविष्य नजर नहीं आ रहा और यह छटनी इस बिजनस को बेचने या फ्लिपकार्ट के बैक-एंड के साथ अपने कामकाज को मिलाने की शुरुआत हो सकती है। कंपनी मुंबई में फुलफिलमेंट सेंटर भी बंद करने की तैयारी में है। यही नहीं कंपनी वॉलमार्ट भारत में और ज्यादा स्टोर भी नहीं खोलेगी।
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अप्रैल में फिर होगी छंटनी
भारत में वॉलमार्ट कंपनी को लाभ नहीं मिल रहा है। मीडिया रिपोर्ट में कंपनी के शीर्ष अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि यह छटनी का पहला दौर है और हमें अप्रैल तक ऐसा दोबारा होने का अनुमान है।
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घाटे में कंपनी टाटा ग्रुप ने वॉलमार्ट का होलसेल बिजनस खरीदने के लिए बातचीत की थी, लेकिन उसे बाद में यह फायदेमंद सौदा नहीं लगा। वॉलमार्ट इंडिया के बेस्ट प्राइस स्टोर्स का मार्च 2019 तक 2,180.8 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।