Iran Hijab Row: हिजाब पर बवाल बनी महिला धार्मिक नेता खामनेई, ईरान में महिलाएं आरपार के मूड में

Iran Hijab Row: ईरान में हिजाब के विरोध पर्दशन में महिलाओं ने इस्लाम धर्म के सर्वोच्च नेता खामनेई के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है।

Written By :  Jugul Kishor
Update:2022-09-21 19:28 IST

ईरान में हिजाब का हो रहा विरोध प्रदर्शन

Iran Hijab Row: ईरान में हिजाब का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ईरान के 12 शहरों में हिजाब का जबरदस्त तरीके से विरोध किया जा रहा है। विरोध प्रदर्शन में पुलिस की फायरिंग से 5 लोगों की मौत हो गई है। 80 से ज्यादा लोग घायल हुए है। हिजाब नहीं पहनने पर पुलिस कस्टडी में 22 साल की माशा अमीनी की 16 सितम्बर को मौत हो गई है, जिसके विरोध में महिलाएं लगातार आंदोलन कर रही है। आज फिर महिलाएं सड़कों पर आ गईं। कुर्दिस्तान के बाद में यह आंदोलन ईरान की राजधानी तेहरान में हो रहे हैं। आंदोलन कर रही महिलाओं और छात्राओं ने यूनीवर्सिटी मे चल रही कक्षाओं का भी लगातार विरोध कर रही हैं। आंदोलन कर रही महिलाओं की मांग है कि हिजाब को अनिवार्य की जगह वैकल्पिक किया जाए। उनका कहना है कि हिजाब की वजह से वे क्यों मारी जाएं।

इस्लाम धर्म के सर्वोच्च नेता खामनेई के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। ईरान में यह पहली बार हुआ है कि इस्लाम के सर्वोच्च नेता का इतने बड़े स्तर पर विरोध हो रहा है, क्योंकि ईरान में लोकतांत्रिक व्यवस्था होने के बावजूद सभी अहम फैसले खामनेई ही लेता है। इस विरोध प्रदर्शन में महिलाओं-छात्राओं के साथ में बड़ी संख्या में पुरुष भी शामिल हो रहे हैं।

खामनेई का बेटा है हिजाब विवाद का मास्टरमाइंड

ईरान मामलों के जानकार ऐसा अनुमान लगा रहे हैं कि इस विरोध प्रदर्शन का मुख्य मास्टरमाइंट खामनेई का बेटा मुज्तबा है। हिजाब पर सख्ती बरतने के लिए मुज्तबा ही पुलिस के ऊपर दबाव बना रहा है।

जानिए क्या है हिजाब विवाद

शिया बहुल ईरान इस्लामिक राष्ट्र है, जहां पर लोकतंत्र होने के बावजूद धार्मिक कानून लागू हैं। 1979 में हुई इस्लामी क्रांति से पहले महिलाएं काफी हुआ करती थीं। जहां पर उन्हे पुरुषों के बराबर अधिकार मिले हुए थे, लेकिन वहां पर बाद में कट्टर इस्लामिक शरिया कानून लागू कर दिया गया। शरिया कानून के तहत पब्लिक प्लेस में भी महिलाओं पर नजर रखी जाती है और इस्लाम के खिलाफ गलत व्यवहार और बयानबाजी पर सख्त सजा का प्रावधान किया गया है। ईरान में शरिया कानून के तहत महिलाओं को बाल ढ़कनें और ढीले-ढाले कपड़े पहनने के लिए मना किया जाता है। नियम कानून न मानने पर सख्त से सख्त सजा और जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

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