Atiq Ashraf Murder Case: अतीक और अशरफ की हत्या में इस पिस्टल का हुआ था इस्तेमाल, भारत में है प्रतिबंधित

Atiq Ashraf ke Murder me kaun si Pistol use hui: अतीक अशरफ के मर्डर में ऐसी पिस्टल का इस्तेमाल हुआ जो कि भारत में बैन है।

Update: 2023-04-16 12:35 GMT
जिगाना पिस्टल (फोटो- सोशल मीडिया)

Atiq Ashraf Murder Case: चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के बाद से उत्तर प्रदेश की संगमनगरी प्रयागराज लगातार सुर्खियों में है। यह शहर अक्सर कुख्यात माफिया और बाहुबली अतीक अहमद के कारनामों और वारदातों के कारण चर्चाओं में रहा है। लेकिन अबकी बार यह शहर माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की सरेआम हुई हत्या को लेकर खबरों में है। माफिया ब्रदर्स इन दिनों उमेश पाल हत्याकांड के मामले में प्रयागराज पुलिस की कस्टडी में थे। शनिवार देर रात दोनों को उस वक्त मौत के घाट उतार दिया गया, जब पुलिस उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जा रही थी।

पुलिसकर्मियों और मीडियाकर्मी से घिरे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद अचानक फायरिंग शुरू हो गई। हमलावर पत्रकार बनकर मीडियाकर्मियों के समूह में शामिल थे। जब अन्य पत्रकार अतीक और उसके भाई से सवाल-जवाब की कोशिश कर रहे थे, तभी हमलावरों ने उनपर प्वाइंट ब्लैंक रेंज से फायरिंग कर दी। बदमाशों ने 15 राउंड से ज्यादा गोलियां चलाईं। वारदात में जिस पिस्टल का इस्तेमाल किया गया, उसे काफी आधुनिक बताया जा रहा है।अब तक जानकारी में पता चला है कि जिस हथियार का उपयोग किया गया है वह आईएसआई को दिया गया था।

इस पिस्टल का हुआ था इस्तेमाल

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने के बाद तीनों हमलावरों ने खुद को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस ने उनके पास से अत्याधुनिक पिस्टल बरामद किए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, अतीक और उसके भाई की हत्या में जिगाना मेड पिस्टल का इस्तेमाल हुआ है, जिसका निर्माण तुर्किए में होता है। भारत में ये पिस्टल प्रतिबंधित है लेकिन इसे अवैध तरीके से यहां लाया जाता है। गैंगस्टरों के बीच इसे काफी लोकप्रिय बताया जाता है। जिगाना पिस्टल की कीमत 5-6 लाख रूपये बैठती है। इसके लिए 17 गोलियों की मैगजीन आती है।

मूसेवाला के खिलाफ भी हुआ था इसी का इस्तेमाल

बताया जाता है कि देश में सक्रिय तमाम बड़े गैंगस्टर जिगाना मेड पिस्टल का इस्तेमाल करते हैं। पिछले साल पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी इसी पिस्टल का इस्तेमाल अपराधियों ने किया था। मूसेवाला का 26 मई 2022 को मानसा जिले के जवाहर के में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गोल्डी बरार ने ली थी।

हमलावरों के पास कहां से आए महंगे हथियार ?

अतीक अहमद और अशरफ के हत्यारों के पास इतने महंगे हथियार कहां से आए, इसे लेकर काफी सवाल उठ रहे हैं। ऐसी आशंका है कि इसके पीछे किसी बड़े आपराधिक गिरोह का हाथ हो सकता है। जिसके बारे में तीनों कुछ नहीं बता रहे हैं। अभी तक की पूछताछ में पुलिस को इनसे ऐसी कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है, जिस पर कोई कार्रवाई शुरू की जा सके। वारदात को अंजाम देने वाले लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरूण मौर्य ने पुलिस को बताया कि अतीक और उसका गैंग बेकसूर लोगों को मारता था और उसके आईएसआई और लश्कर जैसे आंतकी संगठन के साथ संबंध थे।

इसलिए उन्होंने दोनों भाईयों को मार दिया। पुलिस इस थ्योरी पर भरोसा नहीं कर रही। अभी तक की जांच में पता चला है कि अलग-अलग जिलों से आने वाली तीनों हमलावर पिछले 48 घंटे से प्रयागराज के एक होटल में ठहरे थे। वे हत्या करने के मकसद से ही यहां आए हुए थे। इस वारदात के पीछे इन तीनों के अलावा और कौन-कौन शामिल थे, इसका पता लगाया जा रहा है।

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