Diya Kumari: कौन हैं? दीया कुमारी जिन्हें राजस्थान में मिली बड़ी जिम्मेदारी
Diya Kumari: दीया कुमारी ने 2013 में भाजपा ज्वाइन की और 2013 में ही भाजपा ने उन्हें सवाई माधोपुर विधानसभा से चुनाव लड़ाया जहां से वह जीत कर पहली बार विधानसभा पहुंचीं। अब उन्हें राजस्थान का डिप्टी सीएम बनाया गया है।
Diya Kumari: राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी जयपुर राजघराने से ताल्लुक रखती हैं। वह सवाई भवानी सिंह और रानी पद्मिनी देवी की इकलौती संतान हैं। दीया कुमारी के दादा मान सिंह (द्वितीय) जयपुर रियासत के आखिरी महाराजा थे और मुगल बादशाह अकबर के नवरत्नों में भी शामिल थे। जयपुर राजघराना खुद को भगवान राम का वंशज भी बताता रहा है। 52 साल की दीया कुमारी साल 2013 में भाजपा में शामिल हुईं, उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बीजेपी में शामिल कराया था।
दीया कुमारी ने पति से लिया तलाक
प्रदेश की नई उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी की 1994 में नरेन्द्र सिंह से शादी हुई थी। करीब डेढ़ दशक तक यह विवाह चला। इसके बाद साल 2018 में दोनों ने तलाक ले लिया था। दीया कुमारी 2019 का लोकसभा चुनाव राजस्थान के राजसमंद से लड़ीं और लगभग 70 प्रतिशत वोटों से उन्होंने अपने विरोधी को हराया था। मौजूदा विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने उन्हें जयपुर की विद्याधर नगर सीट से मैदान में उतारा जहां से उन्होंने भारी मतों के साथ जीत दर्ज की।
स्कूल व होटल की मालकीन हैं
राजस्थान की नई उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी किसी आंत्रप्रन्योर से कम नहीं हैं। उनके नाम राजस्थान में कई व्यावसायिक उद्यम हैं। वो दो स्कूलों, दो ट्रस्टों और संग्रहालयों, होटलों और गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) का भी नेतृत्व करती हैं। दीया कुमारी को साल 2019 में सरकार के राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के सदस्य के रूप में सेवा देने के लिए चुना गया था।
राजनीतिक करियर
नई उपमुख्यमंत्री दीया कुमार 2013 में पहली बार विधायक बन कर विधानसभा पहुंची थीं। उन्होंने सवाई माधोपुर विधानसभा से विधायक का चुनाव जीता था। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें प्रदेश की राजसमंद सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ाया गया जहां से वह सांसद चुनी गईं। सांसद होते हुए भी पार्टी ने उन्हें राजस्थान में 2023 विधानसभा चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी देने के मकसद से ही चुनाव लड़ाया था।
जानिए कितनी शिक्षित हैं दीया कुमारी?
23 जनवरी 1971 को जन्मीं दीया कुमारी की शुरुआती पढ़ाई-दिखाई दिल्ली के मशहूर मॉडर्न स्कूल, मुंबई के जीडी सोमानी मेमोरियल स्कूल और महारानी गायत्री देवी गल्र्स पब्लिक स्कूल में हुई। इसके बाद वह लंदन चली गईं। पारसंस आर्ट एंड डिजाइन स्कूल से साल 1989 में फाइन आर्ट्स डेकोरेटिव पेंटिंग में उन्होंने डिप्लोमा की डिग्री हासिल किया।
पूरी फिल्मी है लव स्टोरी
दीया कुमारी जब लंदन से वापस जयपुर लौटीं तो परिवार का बिजनेस संभालने लगीं। इसी दौरान नरेंद्र सिंह नाम के शख्स से उनकी मुलाकात हुई और उनकी करीबी बढ़ी। नरेंद्र सिंह राजमहल के अकाउंट का काम देखते थे। दोनों की करीबी बढ़ती गई और शादी का फैसला कर लिया। लेकिन नरेंद्र सिंह न तो किसी राज परिवार से ताल्लुक रखते थे और ना ही किसी रसूखदार खानदान से, ऐसे में दीया कुमारी के परिवार वालों को ये रिश्ता मंजूर नहीं था।