Cyclone Dana: चक्रवाती तूफान को किसने दिया ‘दाना’ नाम, आखिर क्यों साइक्लोन का होता है नामकरण
Cyclone Dana: विश्व मौसम विज्ञान संस्थान की समिति द्वारा चक्रवातों के नाम का फैसला किया जाता है। चक्रवातों के नाम रखने के पीछे एक वजह यह भी है ताकि तूफान कब आया इसकी पहचान की जा सके।
Cyclone Dana: ओडिशा और पश्चिम बंगाल में किसी भी समय चक्रवाती तूफान ‘दाना’ दस्तक दे सकता है। ओडिशा के तटीय इलाकों में काले घने बादल छा गये हैं। चक्रवाती तूफान ‘दाना’ को लेकर दोनों राज्यों में राहत एवं बचाव कार्य से जुड़े बड़े निर्णय लिये गये है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल ही नहीं आंध्र प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी सुरक्षा के लिए कुल 56 टीमें तैनात की गयी हैं। चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के 24 और 25 अक्टूबर के बीच ओडिशा के तट पर पहुंचने की संभावना है। आइए जानते हैं कि चक्रवातों के क्यों रखे जाते हैं नाम।
चक्रवातों का नाम रखे जाने की वजह
विश्व मौसम विज्ञान संस्थान की समिति द्वारा चक्रवातों के नाम का फैसला किया जाता है। चक्रवातों के नाम रखने के पीछे एक वजह यह भी है ताकि तूफान कब आया इसकी पहचान की जा सके। साथ ही किसी एक जगह पर आए तूफानों की पहचान करने के लिए चक्रवाती तूफान को नाम दिया जाता है। चक्रवात का नाम रखते समय इस बात का विशेष ध्यान दिया जाता है कि वह किसी जाति, धर्म या किसी समुदाय से जुड़ा हुआ न हो। साथ ही ऐसा भी नाम नहीं रखा जाता है। जिससे किसी धर्म या व्यक्ति विशेष की भावना आहत होती हो।
चक्रवाती तूफान ‘दाना’ का नाम किसने रखा?
पश्चिम बंगाल और ओडिशा समेत पांच राज्यों में अपना असर दिखाने वाले चक्रवाती तूफान ‘दाना’ का नाम सुनकर हर कोई हैरत में पड़ गया कि आखिर यह कैसा नाम है। लेकिन आपको बता दें कि ‘दाना’ एक अरबी शब्द है। जिसका हिन्दी अर्थ ‘उदारता’ है। इस चक्रवाती तूफान को ‘दाना’ नाम कतर देश ने दिया है। हालांकि तूफान ‘दाना’ का अर्थ भले ही ‘उदारता’ हो। लेकिन ये तूफान भारतीय तटों पर बिल्कुल भी उदारता दिखाने के मूड में नजर नहीं आ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक यह तूफान भयानक रूप ले रहा है और तबाही भी हो सकती है।
किस तरह तय होते हैं चक्रवाती तूफानों के नाम
पूरी दुनिया में छह रीजनल स्पेशलाइज्ड मेट्रोलॉजिकल सेंटर्स और पांच रीजनल ट्रॉपिकल साइक्लोन वार्निंग सेंटर्स हैं। इन्हीं क्षेत्रीय केंद्रों को चक्रवाती तूफानों से जुड़ी एडवाइजरी और नाम तय करने का अधिकार होता है। भारतीय मौसम विभाग भी इन छह रीजनल स्पेशलाइज्ड मेट्रोलॉजिकल सेंटर्स में से एक है। भारत 13 देशों को उष्णकटिबंधीय चक्रवात और तूफान के बारे में जानकारी देता है और एडवाइजरी भी जारी करता है। इन 13 देशों में भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, बांग्लादेश, ईरान, सऊदी अरब, श्रीलंका, पाकिस्तान, यूएई कतर, थाईलैंड और यमन शामिल हैं।