Wrestlers Protest: टिकैत का ऐलान जब तक पहलवान नहीं छूटेंगे तक तब प्रदर्शन , दिल्ली में पुलिस ने धरना स्थल खाली कराया

Wrestlers Protest Update: दिल्ली में जहां आज नई संसद भवन का उद्घाटन हो गया है, वहीं पहलवानों ने महिला महापंचायत बुलाया है।

Update:2023-05-28 16:18 IST

Wrestlers Protest Update: भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का आंदोलन तेज हो गया है। सरकार को दिए अल्टीमेटम के समाप्त होने के बाद अब किसान संगठन और खाप पंचायतें आर-पार के मूड में आ चुकी हैं। दिल्ली में जहां आज नई संसद भवन का उद्घाटन होना है, वहां पहलवानों ने महिला महापंचायत बुलाया है। जिसमें बड़ी संख्या में अन्य राज्यों की महिलाएं शामिल होने के लिए दिल्ली की ओर कूच कर रही हैं। पंजाब से महिला प्रदर्शनकारियों के एक ऐसे ही जत्थे को दिल्ली पहुंचने से पहले हरियाणा के अंबाला में पुलिस ने रोक दिया है। दिल्ली की ओर जाने वाली सड़कों पर भारी बैरिकेंडिंग और बड़ी संख्या मे पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।

सपा विधायक गिरफ्तार

पहलवानों के समर्थन में दिल्ली जंतर-मंतर जा रहे सपा विधायक अतुल प्रधान को गिरफ्तार किया गया। सुबह से पुलिस ने घर में नजरबंद कर रखा था लेकिन चोरी से निकल कर दिल्ली जा रहे थे। बीच रास्ते से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया

धरनास्थल से टेंट हटाए गए

जानकारी मिल रही है कि दिल्ली पुलिस जंतर मंतर से पहलवानों का टेंट,पंडाल, गद्दा, कूलर और सभी प्रबंध हटा रही है। पुलिस ने धरनास्थल पूरी तरह से खाली कर दिया है। दिल्ली पुलिस और RAF ने जंतर मंतर को छावनी में तब्दील कर दिया है

टिकैत का ऐलान

राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि हिरासत में लिए गए पहलवान जब तक नहीं छूटेगे तब तक गाजीपुर बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। वहीं, किसान नेताओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने बॉर्डर पर धारा 144 लागू कर दिया है। वहीं, दिल्ली में पहलवानों की गिरफ्तारी के बाद समर्थक नारेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहलवान बेटियों को जबरन सड़क पर घसीटने वाली केंद्र सरकार संसदीय मर्यादाओं की दुहाई देकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही है, लेकिन बेटियों की चीख आज हुक्मरानों को नहीं सुनाई दी। हमारी बेटियों को हिरासत से छोड़ने और न्याय मिलने तक किसान गाजीपुर बॉर्डर पर डटे रहेंगे।

पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में लिया

नए संसद भवन भवन की ओर बढ़ रहे पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पहलवान जंतर-मंतर से नई संसद की ओर जा रहे थे। पुलिस बसों में भरकर प्रदर्शनकारियों को अलग स्थान पर ले जा रही है।

गाजीपुर बार्डर पर पुलिस ने राकेश टिकैत को रोका

संसद भवन के बाहर 'महिला महापंचायत' के लिए जा रहे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को गाज़ीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने रोका।
किसानों ने पुलिस द्वाारा लगाए गए बेरिकेड तोड़ दिए हैं।

हरियाणा की सीमा पर सैंकड़ों जवान तैनात

दिल्ली के जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों के प्रदर्शन को हरियाणा और पंजाब के किसान संगठनों और खाप पंचायतों का खासतौर पर समर्थन मिल रहा है। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब की महिला प्रदर्शनकारियों का एक विशाल जत्था शनिवार को ही दिल्ली के लिए कूच कर गया था, जिसे अंबाला में हरियाणा पुलिस ने रोक लिया। शनिवार देर रात बहादुरगढ़ सीमा पर टिकरी बॉर्डर पर बड़े-बड़े सीमेंट के पत्थर लगाए गए हैं। यहां दिल्ली हाईवे को संकरा कर 15 फीट कर दिया गया है।

टिकरी सीमा पर दिल्ली पुलिस के 400 जवानों को तैनात किया गया है। साथ ही सीआईएसएफ की टुकड़ी भी तैनात की गई है। दिल्ली की हरियाणा से लगी दो सीमाओं टीकरी और सिंघू बॉर्डर पर आने-जाने वाली हर गाड़ियों की कड़ाई से चेकिंग हो रही है। इन सीमाओं का नजारा एकबार फिर किसान आंदोलन जैसा नजर आ रहा है।

हरियाणा में पुलिस की कार्रवाई

हरियाणा के अंबाला, हिसार, पानीपत, रोहतक, जींद और सोनीपत में सड़कों पर पुलिस द्वारा बैरिकेंडिंग की गई है। इसके अलावा इन जिलों से उन किसान संगठनों और खाप पंचायत के लोगों को पुलिस हिरासत में ले रही है, जो दिल्ली की ओर जाने की तैयारी में जुटे थे। कई नेता घरों में नजरबंद किए जा चुके हैं। संवेदनशील जगहों पर पुलिस-प्रशासन के वरीय अधिकारी स्वयं पहुंच कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।

23 अप्रैल से जारी है पहलवानों का धरना

दिल्ली के जंतर-मंतर पर कुश्ती महासंघ के प्रमुख और कैसरगंज सीट से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ देश के दिग्गज रेसलर्स बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के नेतृत्व में प्रदर्शन चल रहा है। 23 अप्रैल से जारी इस आंदोलन को कई विपक्षी पार्टियों, समाजसेवी संगठनों, किसान संगठनों और खाप पंचायतों का समर्थन हासिल है। महिला पहलवानों ने कुश्ती संघ प्रमुख पर यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। धरने पर बैठे पहलवानों का कहना है कि जब तक बृजभूषण के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं होगी, वे यहां से नहीं हटेंगे।

वहीं, बृजभूषण शरण सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि राज्य विशेष और जाति विशेष के लोग उनके खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं। सिंह का कहना है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र कर रहे हैं। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद बृजभूषण के खिलाफ दो मामले दर्ज किए थे, जिसमें एक पॉक्सो एक्ट की धारा है। दिल्ली पुलिस की एसआईटी मामले की जांच कर रही है।

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