Yamuna Controversy: अरविंद केजरीवाल की बढ़ी मुश्किलें, EC ने 'पानी में जहर' वाले बयान पर भेजा नोटिस
Yamuna Controversy: यमुना के जहरीले पानी पर सियासत गर्म, केजरीवाल को चुनाव आयोग ने हरियाणा पर आरोपों को लेकर नोटिस भेजा।;
Yamuna Controversy: दिल्ली में यमुना के जहरीले पानी के मुद्दे पर सियासत तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा हरियाणा सरकार पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा है। आयोग ने केजरीवाल से उनके आरोपों के पक्ष में ठोस सबूत मांगे हैं। यदि वह बुधवार रात 8 बजे तक जवाब नहीं देते, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
क्या कहा था केजरीवाल ने
सोमवार को केजरीवाल ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर यमुना नदी के पानी को जहरीला बनाने का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया कि यमुना का पानी, जो हरियाणा से दिल्ली आता है, में ऐसा जहरीला पदार्थ मिलाया गया है जिसे जल उपचार संयंत्र (वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट) भी साफ नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि इससे दिल्ली के एक-तिहाई हिस्से में पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है।
भाजपा ने किया पलटवार
भाजपा ने केजरीवाल के इन आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया। पार्टी ने कहा कि केजरीवाल अपने झूठे बयानों से जनता में दहशत फैला रहे हैं। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर केजरीवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। भाजपा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने यह बयान अपनी विफलताओं को छिपाने और दिल्ली चुनाव में हार से बचने के लिए दिया है। भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया कि केजरीवाल को सार्वजनिक प्रचार करने से रोका जाए। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी बयानबाजी दोबारा न हो।
चुनाव आयोग की कार्रवाई
चुनाव आयोग ने केजरीवाल से कहा है कि वह अपने बयान के समर्थन में प्रमाण प्रस्तुत करें। यदि वह ऐसा नहीं करते, तो उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता और चुनाव आचार संहिता के तहत कार्रवाई की जाएगी।
आप का क्या है पक्ष
आप नेता आतिशी ने कहा कि यमुना का पानी बेहद जहरीला हो गया है, और यदि इसी तरह जारी रहा तो दिल्ली के कई वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद हो जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि पानी में अमोनिया का स्तर 7 पीपीएम तक पहुंच गया है, जिसे वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट साफ नहीं कर सकते। इससे दिल्ली के 30% हिस्से में पानी की किल्लत हो सकती है।
एलजी की तीखी प्रतिक्रिया
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने केजरीवाल के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण और आधारहीन बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के झूठे और भड़काऊ बयान राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।