अमृत महोत्सव का आयोजन, लखनऊ में योगी और अहमदाबाद में मोदी करेगें उद्घाटन
महात्मा गांधी ने इसी दिन यानि 12 मार्च 1930 से 5 अप्रैल 1930 तक एतिहासिक दांडी मार्च किया था। इसी की याद में इस बार 12 मार्च से लेकर 5 अप्रैल 2021 तक 25 दिनों तक विशेष आयोजन पूरे देश में किया जा रहा है।
लखनऊ । आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर 12 मार्च से पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जायेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 मार्च को पूर्वाह्न 11 बजे गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती आश्रम से इसकी शुरुआत करेंगे। उतर प्रदेश में चार स्थानों पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। ये है बलिया में शहीद स्मारक,लखनऊ में काकोरी स्थित शहीद स्मारक,मेरठ में शहीद स्मारक स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय और झांसी में एतिहासिक किला तथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार।
महात्मा गांधी ने इसी दिन किया था एतिहासिक दांडी मार्च
गौरतलब है कि महात्मा गांधी ने इसी दिन यानि 12 मार्च 1930 से 5 अप्रैल 1930 तक एतिहासिक दांडी मार्च किया था। इसी की याद में इस बार 12 मार्च से लेकर 5 अप्रैल 2021 तक 25 दिनों तक विशेष आयोजन पूरे देश में किया जा रहा है। हालांकि आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में 15 अगस्त 2023 तक मनाया जायेगा। पीआईबी के अपर महानिदेशक आरपी सरोज ने बताया कि 12 मार्च को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे । इसी दिन बलिया में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही मेरठ में सुरेश खन्ना और झांसी में मोती सिंह कार्यक्रमो का उद्दघाटन करेंगे।
12 मार्च को सभी जिलों में निकाली जायेंगी रैलियां
इसके अलावा प्रदेश सरकार की ओर से सभी 75 जिलों में भी कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। 12 मार्च को सभी जिलों में रैलियां निकाली जायेंगी और संगोष्ठियों का आयोजन किया जायेगा। बच्चों के बीच प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जायेगा। सरोज ने बताया कि दूरदर्शन द्वारा इन चारों ही स्थानों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को गुजरात में साबरमती आश्रम के कार्यक्रम के साथ लिंक किया जायेगा।
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संस्कृति विभाग के सहयोग से चित्र प्रदर्शनियों का आयोजन
कार्यक्रम के तहत आरओबी तथा एफओबी की ओर से संस्कृति विभाग के सहयोग से चित्र प्रदर्शनियों का आयोजन किया जा रहा है। मुख्य थीम के रुप में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी,नेता जी सुभाष चन्द्र बोस और सरदार वल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व और कर्तव्य पर चित्र प्रदर्शनी लगायी जायेगी। किंतु इन प्रदर्शनियों में अन्य क्रांतिकारियों के चित्रों को भी प्रदर्शित किया जायेगा। आजादी की लड़ाई से जुड़े अनाम क्रांतिकारियों और शहीदों के चित्र भी लगाये जायेंगे।
रिपोर्ट : श्रीधर अग्निहोत्री
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