YouTuber Faisal Khan: कौन है यूट्यूबर फैसल खान, जिसने भारतीयों को भेजा रूस-यूक्रेन मोर्चे पर

YouTuber Faisal Khan: फैसल खान ने कथित तौर पर कई भारतीय युवाओं को रूसी सेना में बिना हथियार वाली आकर्षक नौकरियों का वादा करके रूस भिजवाया था। लेकिन ये वादा झूठा निकला।

Written By :  Neel Mani Lal
Update:2024-03-09 11:16 IST

YouTuber Faisal Khan: यूक्रेन-रूस युद्ध में धोखे से फंसाए गए भारतीयों में से दो की मौत के बाद एक भारतीय व्यक्ति की भूमिका सामने आई है, जिसने कई लोगों को रूसी सेना में आकर्षक नौकरी दिलाने का वादा किया था। ये व्यक्ति है फैसल अब्दुल मुतल्लिब खान जो एक नौकरी भर्ती एजेंसी और "बाबा व्लॉग्स" नामक एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल चलाता है।

नौकरी का झांसा

रिपोर्टों के अनुसार, फैसल खान ने कथित तौर पर कई भारतीय युवाओं को रूसी सेना में बिना हथियार वाली आकर्षक नौकरियों का वादा करके रूस भिजवाया था। लेकिन ये वादा झूठा निकला और कईयों को बाद में युद्ध में धकेल दिया गया। सितंबर 2023 में अपने एक वीडियो में फैसल खान ने अपने दर्शकों से वादा किया था कि रूसी सेना में शामिल होने वालों को मोटी तनख्वाह के अलावा एक सरकारी कार्ड भी मिलेगा, जो उन्हें वहां स्थायी निवास पाने में मदद करेगा।

कौन है फैसल खान?

- फैसल खान एक मैनपावर कंसल्टेंसी फर्म चलाता है जो कई देशों में कर्मचारी उपलब्ध कराती है।

- फैसल की उम्र लगभग 30 वर्ष के बीच बताई जाती है। वह मुम्बई के दादर का रहने वाला है।

- फैसल 2008 में दुबई गया जहां उसने सेल्समैन के रूप में काम किया। उसने 2016 में अपनी कंसल्टेंसी "बाबा वलॉग्स" शुरू की।

- 2018 में वह भारतीय अधिकारियों के रडार पर आया था जब उसके द्वारा दुबई भेजे गए एक व्यक्ति ने दावा किया था कि उसे इस्लाम में परिवर्तित कर दिया गया है। इस मामले में भारतीय अधिकारियों ने उससे द्वारा पूछताछ की थी।

लाखों फॉलोवर्स

यूट्यूब पर उसके तीन लाख फॉलोअर्स हैं। उसने अपना आखिरी वीडियो 8 जनवरी को पोस्ट किया था जिसमें वह न्यूजीलैंड के विजिट वीजा के बारे में बात कर रहा था।

क्या है दावा?

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक फैसल ने जुलाई 2023 से रूस में नौकरियों को बढ़ावा देना शुरू किया। उसका दावा था कि रूसी सेना के लिए काम करने वालों को तीन महीने की ट्रेनिंग के बाद 40,000 से 1 लाख रुपये तक वेतन मिलेगा। उसने अपने वीडियो में दावा किया कि सेना को ध्वस्त इमारतों का मलबा हटाने और हथियारों और गोला-बारूद की देखभाल के लिए मैनपावर की आवश्यकता है। उसने नौकरी दिलाने के बदले में अपनी कंपनी के लिए 3 लाख रुपये की शुरुआती फीस की भी मांग की। उसने यह भी दावा किया था कि इसमें कोई जोखिम शामिल नहीं होगा और उसने प्रस्तावित नौकरियों की सुरक्षा को व्यक्तिगत रूप से वेरीफाई किया है।

35 लोगों को भेजा

फैसल खान ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उसने 35 लोगों को रूस भेजा है। फैसल के मुताबिक रूस में संचालकों ने उसे बताया था कि इन लोगों अग्रिम मोर्चे पर तैनात नहीं किया जाएगा। उसने कहा कि वह खुद पीड़ित है।फैसल खान ने दावा किया कि उसने उन्हें वापस लाने की कोशिश की। लेकिन इन लोगों के रूस पहुंचने के बाद जो हुआ वह उसके नियंत्रण से बाहर था। फैसल खान ने कहा कि जो लोग रूस गए उनको सभी जोखिमों के बारे में पता था।

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