Jhansi News: ट्रक की टक्कर से पलटी कार, एक की मौत, कई घायल

Jhansi News: रविवार की तड़के मोहम्मद जुवैद परिवार समेत शादी समारोह में भाग लेकर वापस घर लौट रहा था। बड़ागांव के पास ओवरटेक के समय ट्रक ने कार में टक्कर मार दी जिससे कार पलट गई। कार में सवार जुवैद की मौके पर ही मौत हो गई जबकि मां शहीदा, छोटा भाई जुबैर, जुबैर की पत्नी निशा, दोस्त अजर उर्फ अल्लू, भतीजी समीना और शिफा घायल हो गई।

Update: 2023-04-30 20:47 GMT
Road Aaccident in Jhansi (Photo-Social Media)

Jhansi News: झाँसी-कानपुर हाइवे के पास स्थित बड़ागांव थाना क्षेत्र में ट्रक की टक्कर लगने से कार पलट गई जिससे एक युवक की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हो गए। यह लोग शादी समारोह से वापस घर लौट रहे थे। सूचना पर गई पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
कोतवाली थाना क्षेत्र के चंद्रशेखर आजाद मोहल्ले में मोहम्मद जुवैद परिवार समेत रहता था। मोहम्मद जुवैद के नवाबाद थाना क्षेत्र के खुशीपुरा मोहल्ले में रहने वाले ममेरे भाई की शादी थी। खुशीपुरा से मोंठ बारात गई थी। इस शादी में शामिल होने के लिए मोहम्मद जुवैद परिवार समेत गया था। रविवार की तड़के मोहम्मद जुवैद परिवार समेत शादी समारोह में भाग लेकर वापस घर लौट रहा था। बड़ागांव के पास ओवरटेक के समय ट्रक ने कार में टक्कर मार दी जिससे कार पलट गई। कार में सवार जुवैद की मौके पर ही मौत हो गई जबकि मां शहीदा, छोटा भाई जुबैर, जुबैर की पत्नी निशा, दोस्त अजर उर्फ अल्लू, भतीजी समीना और शिफा घायल हो गई। सभी को मेडिकल कालेज में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। यहां पर अजर और समीना की हालात गंभीर बनी हुई है। परिजनों का कहना है कि मोहम्मद जुवैद एक फाइनेंस कंपनी में असिस्टेंड मैनेजर के पद पर कार्यरत था। वहीं, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

ट्रक ने दो बहनों को रौंदा, एक की मौत

टहरौली थाना क्षेत्र के ग्राम लौड़ी के पास ट्रक ने सड़क किनारे खड़ी दो बहनों को रौंदा दिया जिससे एक की मौत हो गई जबकि दूसरी की हालात गंभीर बनी हुई है। दोनों बहनों अपने पिता के साथ बड़ी बहन की शादी का शॉपिंग करके घर लौट रही थी। सूचना पर गई पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।
टहरौली थाना क्षेत्र के ग्राम पिपरा में चरण सिंह यादव परिवार समेत रहता है। चरण सिंह की बड़ी बेटी शिवानी की 8 मई को शादी होनी है। इसको लेकर गर में तैयारी चल रही है। शनिवार को चरण सिंह यादव अपनी छोटी बेटी शिवा और साले की बेटी सुरक्षा के साथ शॉपिंग करने गए थे। घर लौटते समय रास्ते में चरण सिंह को बाथरुम आया तो उसने लोड़ी गांव के पास बाइक रोक ली। सड़क किनारे दोनों बच्चियां खड़ी थी,तभी तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक ने दोनों को रौंद दिया जिससे शिवा की मौत हो गई जबकि सुरक्षा की हालात गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

झाँसी रेलकर्मियों की सतर्कता से बड़ा हादसा टला

झाँसी रेल मंडल में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। रविवार को ग्वालियर से झाँसी की ओर आ रही मालगाड़ी के चपेट में आने से कईयों की जान भी जा सकती थी, या फिर मालगाड़ी पलट भी सकती थी?, क्योंकि सिंगनल पोल पहियों के बीच फंसता हुआ झाँसी तक आ गया। यहां पर कैरिज एंड वैगन शॉप कर्मियों की सतर्कता से बड़ा हादसा होते-होते बच गया। कैरिज एंड वैगन शॉप के स्टॉफ ने उक्त पोल को पहिया से निकालकर राहत की सास ली। हालांकि इस पोल से रेलवे लाइन भी कहीं न कही क्षतिग्रस्त जरुर हुई होगी, मगर कोई ध्यान देने वाला नहीं है।
वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के पास से निकली मालगाड़ी रेलवे लाइन पर एक मालगाड़ी करीब 11.56 बजे झाँसी आई। जैसे ही मालगाड़ी खड़ी हुई तो झाँसी के कैरिज एंड वैगन शॉप के स्टॉफ ने मालगाड़ी को चेक करना शुरु कर दिया। जैसे ही कैरिज एंड वैगन शॉप की टीम इंजन से लगे मालगाड़ी के सातवीं या आठवीं रैक को चेक किया तो उनकी नजर पहियों के बीच में फंसे सिग्नल पोल पर गई। यह मालगाड़ी के नीचे हिस्से में बुरी तरह फंसा हुआ था। इसकी जानकारी रेलकर्मचारियों ने अपनी सीनियर अफसरों को दी। वह लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने उक्त मालगाड़ी के रैक को चेक किया। इसके बाद वहां मौजूद स्टॉफ को उक्त पोल को अलग करने के निर्देश दिए। कैरिज एंड वैगन शॉप के कर्मचारियों ने तत्परता से उक्त पोल को अलग कर दिया। इसके बाद उन्होंने राहत की सास ली है। इस पोल में केबिल भी फंसी हुई थी। इस मामले को रेलवे अफसरों के संज्ञान में लाया गया।

सूत्र बताते हैं कि उक्त मालगाड़ी ग्वालियर से झाँसी की ओर आ रही थी। ग्वालियर से झाँसी के मध्य कई रेलवे स्टेशन पड़ते हैं मगर उक्त स्टेशन पर मौजूद किसी भी रेल कर्मियों की नजर मालगाड़ी के पहियों के बीचों-बीच फंसे सिग्नल पोल पर नहीं गई, क्योंकि पोल का कुछ हिस्सा बाहर की ओर भी निकला हुआ था। सूत्र कहते हैं कि इस पोल की चपेट में आने से कइयों की जान भी जा सकती थी। बताते हैं कि कई जगह रेलवे लाइन को ठीक करने के लिए काम चल रहा है मगर इस पोल के चपेट में आने से जान भी जा सकती थी। यही, मालगाड़ी कहीं भी पलट सकती थी।

क्यों हो रही हैं रेल दुर्घटनाएं

झाँसी रेल मंडल में अधिकाश रेल दुर्घटनाएं पटरियों के क्षतिग्रस्त होने और अत्यधिक भीड़ के कारण ट्रेनों के पटरियों के उतरने के कारण होती है। कुछ ट्रेनों के गुजरने के बाद, रेल लाइन (पटरियों) की दरारें फ्रैक्चर में बदल जाती हैं, जिसके कारण ट्रेनें पटरी से उतर जाती हैं और इससे जानमाल का भारी नुकसान होता है। हालांकि, एेसा हो सकता है कि रेलकर्मचारियों के अधिक ध्यान देने से इन दुर्घटनाओं से बचा जा सकता था। अधिकांश रेल दुर्घटनाओं में मानव की गलतियों को जिम्मेदार पाया गया। रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही रेल दुर्घटनाओं और मौतों का मुख्य कारण बनती हैं। कई बार, रेलवे कर्मचारी शॉर्टकट पर ध्यान नहीं देते हैं या सुरक्षा नियमों और दिशा निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, जिसके भयंकर विनाशकारी परिणाम सामने आए हैं। इसी बीच उपकरणों की विफलता, टूट-फूट, डिब्बों में अधिक भीड़, पुराने डिब्बे और कई आकस्मिक कारक इस प्रकार की रेल दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं।

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