Karnataka Election 2023: जगदीश शेट्टार ने बीजेपी को कहा अलविदा, अब तक 7 नेता छोड़ चुके हैं पार्टी
Karnataka Election 2023: पूर्व सीएम शेट्टार ने टिकट कटने के बाद भाजपा को अलविदा कह दिया है। नाराज कई बड़े नेताओं ने भाजपा छोड़कर अन्य पार्टियों का दामन थाम लिया है।
Karnataka Election 2023: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को झटके पे झटके लग रहे हैं। पार्टी के उम्मीदवारों की सूची जारी होते ही घमासान मच गया। जिन दिग्गजों को टिकट नहीं मिला, उन्हें आलाकमान का ये फैसला नागवार गुजरा और उन्होंने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया। इस सूची में ताजा नाम है कद्दावर लिंगायत नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार का। शेट्टार ने बीजेपी छोड़ने के साथ-साथ विधानसभा की सदस्यता भी छोड़ दी है। उन्होंने अपना इस्तीफा रविवार को स्पीकर को सौंप दिया है।
जगदीश शेट्टार समेत सात नेता अब तक बीजेपी छोड़कर जा चुके हैं। इसके अलावा भी कई नेता हैं, जिन्हें या तो टिकट नहीं मिला है या फिर उनका टिकट काट दिया गया है। लेकिन फिलहाल उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी है। उडुपी से बीजेपी विधायक रघुपति भट टिकट कटने से इतने आहत हुए कि मीडिया के सामने ही रो पड़े। उन्होंने कहा कि मुझे भाजपा से ऐसे व्यवहार की उम्मीद नहीं थी।
शेट्टार ने आलाकमान को दिया था अल्टीमेटम
भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट में 189 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था। इसमें लगभग तमाम बड़े नेता थे। सूची में नाम नदारद रहने पर पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार नाराज हो गए। जिसके बाद उन्हें दिल्ली से संदेश भेजा गया कि वो इस बार चुनाव न लड़ें। शेट्टार ने कहा कि पार्टी को यह बात उन्हें पहले बतानी चाहिए थी, तब वे मान लेते। शनिवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने हाईकमान को फौरन फैसला लेने का अल्टीमेटम दे दिया था। उनका दावा है कि उनकी गैर मौजूदगी में बीजेपी को चुनाव में 20 से 25 सीटों पर नुकसान होना तय है।
विधानसभा चुनाव लड़ेंगे शेट्टार
कर्नाटक में बीजेपी के कद्दावर नेताओं में गिने जाने वाले जगदीश शेट्टार हुबली-धारवाड़ (सेंट्रल) सीट से चुनाव जीतते रहे हैं। इसबार भी उन्होंने इसी सीट से टिकट मांगा था। लेकिन बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने इसबार उन्हें चुनाव न लड़ने के लिए कहा। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी उनकी बातचीत बेनतीजा रही। पूर्व सीएम शेट्टार ने कहा कि मुझे जिस तरह से अपमानित किया गया है, उससे मैं निराश हूं। मेरे खिलाफ साजिश रची गई है। मैंने सोचा कि उसे चुनौती देनी चाहिए। इसलिए मैंने विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
येदियुरप्पा भी कह चुके हैं नुकसान की बात
पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार कर्नाटक की प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से आते हैं। उन्हें राज्य बीजेपी के भीष्म पितामह कहे जाने वाले पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा का करीबी माना जाता है। उन्हीं के कहने पर बीजेपी आलाकमान ने सदानंद गौड़ा को हटाकर कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाया था। ऐसे में येदियुरप्पा ने उनका समर्थन करते हुए कहा था कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिलता है तो बीजेपी को उत्तर कर्नाटक की 20-25 सीटों पर नुकसान संभव है। शेट्टार 6 बार के विधायक हैं। वे मुख्यमंत्री के अलावा विपक्ष के नेता का पद भी संभाल चुके हैं।
शेट्टार की सीट से उम्मीदवार की घोषणा बाकी
बीजेपी ने अभी तक कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दो सूची जारी की है। पहली सूची में 189 और दूसरी सूची में 23 कैंडिडेट्स के नाम जारी किए गए हैं। 224 में से 212 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान हो चुका है। बची हुई सीटों में जगदीश शेट्टार की हुबली-धारवाड़ (सेंट्रल) सीट भी है, जहां से उम्मीदवार के नाम का ऐलान बाकी है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी अपने इस गढ़ से अपने पुराने कद्दावर नेता के खिलाफ किसे चुनाव मैदान में उतारती है।
7 नेता छोड़ चुके हैं पार्टी
कर्नाटक बीजेपी के सात बड़े नेता अब तक पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। जिनमें सबसे बड़ा नाम है पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार का। इसके बाद हैं पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी, जिन्हें कांग्रेस ने उनकी पारंपरिक सीट अथानी से टिकट दिया है। इसके अलावा मंत्री और 6 बार के विधायक एस अंगारा, हावेरी से विधायक नेहरू ओलेकर, होसदुर्गा से विधायक गोलीहट्टी शेखर, एमएलसी आर शंकर, कुदलिगी से विधायक एनवाई गोपालकृष्ण और मुदिगेरे से विधायक एमपी कुमारस्वामी शामिल हैं।