Hijab Controversy: हिजाब मुद्दे पर विदेश मंत्रालय की दो टूक, कहा- घरेलु मसलों पर अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप बर्दाशत नहीं
Karnataka Hijab controversy : भारतीय विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry statement) ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि देश के अंदरूनी मामलों में अंतराष्ट्रीय हस्तेक्षप को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
Karnataka Hijab Controversy : हिजाब मसले (Hijab) पर लगातार विदेश से आ रही प्रतिक्रियाओं पर भारत सरकार (Indian government) ने कड़ा ऐतराज जताया है। भारतीय विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry statement) ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि देश के अंदरूनी मामलों में अंतराष्ट्रीय हस्तेक्षप को स्वीकार नहीं किया जाएगा। दरअसल कर्नाटक (Karnataka high court) के एक कॉलेज से शुरू हुआ हिजाब को लेकर विवाद इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है।
देशी मीडिय़ा के साथ साथ अंतराष्ट्रीय मीडिया में भी इसे लेकर खुब लिखा औऱ बोला जा रहा है। इसी कड़ी में कुछ देशों विशेषकर पाकिस्तान की तरफ से आ रही प्रतिक्रियाओं पर सख्त रूख अपनाते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने ये बयान जारी किया है।
भारत ने पाक को दी अपने गिरेबां में झांकने की सलाह
बीते दिनों पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में भारतीय दूतावास के राजनयिक को पाक विदेश मंत्रालय ने तलब किया था। पाकिस्तान ने भारत में हिजाब को लेकर हो रहे विवाद पर अपनी चिंता प्रकट की थी। पाकिस्तान की इस हरकत पर भारतीय राजनयिक ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए उसे पहले अपने गिरेबां में झांकने की नसीहत दी थी। भारतीय राजनयिक ने पाकिस्तान की चिंताओं को खारिज करते हुए कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और हमारे यहां नियम-कानून की प्रक्रियाएं हैं। बेहतर होगा कि पाकिस्तान इस मामले में अपना ट्रैक रिकार्ड देखे।
पाकिस्तानी नेताओं की टांग अड़ाने की कोशिश
दरअसल कर्नाटक हिजाब मुद्दे पर पाकिस्तान सरकार के कुछ वरिष्ठ मंत्री भारत के खिलाफ बयान दे चुके हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने ट्वीट करते हुए कहा कि मुसलमान लड़कियों को शिक्षा से वंचित करना मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। इस मौलिक अधिकार से वंचित करना और हिजाब पहनने के लिए आतंकित करना पूरी तरह दमनकारी है। दुनिया को समझना चाहिए कि ये मुसलमानों को घेटो में रहने को मजबूर करने की भारत की योजना का हिस्सा है।
इसके अलावा इमरान सरकार में सूचना प्रसारन मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भी इस मसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। फवाद हुसैन ने ट्वीट करते हुए कहा कि मोदी के भारत में जो हो रहा है वो काफी डराने वाला है। भारतीय समाज अस्थिर नेतृत्व में तजी से नीचे जा रहा है। हिजाब पहनना एक व्यक्तिगत पसंद है, ठीक वैसे ही जैसे कोई अन्य ड्रेस। इस मामले में सबसे पहले ब्रिटेन में रह रहीं पाकिस्तान की महिला अधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई ने बयान दिया था। मलाला ने ट्विट करते हुए कहा कि लड़कियों को हिजाब में स्कूल जाने से रोकना भयावह है। महिला को कम और ज्यादा पहने के लिए कहना उसे वस्तु समझने जैसा है।
जब ओवैसी ने दी पाक को नसीहत
हिजाब मसले पर पाकिस्तान को नसीहत देते हुए एमआईएमआईएम सुप्रीमों ने कहा कि तुम अपने अंदरूनी मामलों को सुलझाओ, ये मेरा देश है, तुम्हारा नहीं है। ये हमारा घर का मसला इसे हम देख लेंगे। तुम अपनी टांग या नाक मत अड़ाओ, जख्मी हो जाएगी।
बता दें कि हाल ही में फ्रांस के स्टार फुटबॉलर पॉल पोग्बा ने भी हिजाब मसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पोग्बा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, हिंदुत्व की भीड़ भारत में हिजाब पहनने वाली कॉलेज की मुस्लिम लड़कियों को परेशान करती है।