Hijab Case: कर्नाटक के शिमोगा में धारा-144 लागू, कोर्ट ने कहा- हम किसी के भावना और जुनून से नहीं संविधान के मुताबिक चलेंगे
कर्नाटक में शिक्षा संस्थानों में हिजाब और बुर्का पहनने को लेकर पैदा हुआ विवाद और तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर आज कर्नाटक हाईकोर्ट में सुनवाई हुई।
Hijab Controversy : कर्नाटक में कॉलेजों के भीतर हिजाब पहनने का मुद्दा और तूल पकड़ता जा रहा है। मौजूदा वक्त में कर्नाटक के कई स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब को लेकर बड़ा विवाद चल रहा है। कहीं स्कूल- कॉलेजों की महिला छात्राएं हिजाब पहनकर अपना विरोध जता रही है तो कहीं कई छात्र भगवा स्कॉफ पहनकर विरोध कर रहे हैं।
इसी विवाद को लेकर आज कर्नाटक हाईकोर्ट (Karnataka High Court) में बड़ी सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा हम किसी के भावनाओं या जुनून के हिसाब से नहीं चल सकते हैं, हम कानून और संविधान के मुताबिक चलेंगे।
कोर्ट ने कहा
कर्नाटक हाईकोर्ट के जस्टिस कृष्णा दीक्षित (Krishna Dixit) ने हिजाब मामले पर सुनवाई करते हुए कहा, इस मामले में जो भी फैसला होगा वह मामले के सभी याचिकाओं पर लागू किया जाएगा।
जस्टिस कृष्णा दीक्षित ने कहा, हम कानून के मुताबिक ही चलेंगे, जो संविधान कहेगा वही करेंगे, हम किसी के भावनाओं या जुनून के हिसाब से नहीं चल सकते हैं। इस सुनवाई के दौरान ही याचिकाकर्ता ने जस्टिस कृष्णा दिक्षित से यह तर्क देते हुए सुनवाई को स्थगित करने की मांग उठा दी कि इस मामले में एक और याचिका दायर की गई है। जिसके लिए सभी दस्तावेज अभी उपलब्ध नहीं हैं। इस पर जस्टिस कृष्णा दीक्षित ने कहा सभी मामलों के दस्तावेज मंगाए जा रहे हैं। इसी कारण से कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई फिलहाल 3:00 बजे तक के लिए रोक दिया है।
जय श्रीराम और अल्लाह हु अकबर के नारे लगें
हिजाब मामले को लेकर कर्नाटक में विवाद और बढ़ता जा रहा है। धीरे-धीरे हिजाब का यह विवाद सांप्रदायिक रंग देने लगा है। राज्य के पीईएस कॉलेज में मुस्लिम लड़कियां कॉलेज पहुंची तो वहीं कुछ हिंदू विद्यार्थियों ने जय श्रीराम के नारे लगाए। जिसके बाद मुस्लिम लड़कियों ने इस नारे के विरोध में अल्लाह हु अकबर के नारे लगाए। वहीं दूसरी ओर कुछ छात्राओं ने कॉलेज के अंदर हिजाब पहनकर प्रदर्शन किया तो इस पर विरोध करते हुए कुछ लड़कों ने भगवा दुपट्टा पहनकर खूब नारे लगाए।
बता दें यह मामला सांप्रदायिक तब हुआ कर्नाटक के कुंडापूरा कॉलेज में करीब 30 मुस्लिम छात्राओं को क्लास में हिजाब पहनने से मना किया गया। इस मामले के विरोध में मुस्लिम छात्राओं ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की, जिसमें छात्राओं ने कहा इस्लाम धर्म में हिजाब अनिवार्य है। इसलिए हमें हिजाब पहनने की अनुमति दी जाए। इसके बाद कुछ हिंदू संगठनों ने मुस्लिम छात्राओं को कॉलेज कैंपस के भीतर भगवा शॉल पहनने को कहा, यहीं से मामला सांप्रदायिक रंग लेने लगा।
तिरंगा भगवा के बीच जंग
कर्नाटक में हिजाब विवाद के अलावा अब झंडे का विवाद सामने आ गया है। कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने एक सोशल मीडिया वीडियो (जिसमें एक शैक्षणिक संस्था में तिरंगे को हटाकर भगवा झंडा लगाया जा रहा था।) का जिक्र करते हुए कहा ऐसी शिक्षण संस्थानों को बंद करना चाहिए।
मिली जानकारी के मुताबिक सोशल मीडिया पर कॉलेज कैंपस में तिरंगे को हटाकर भगवा झंडा लगाए जाने वाला वीडियो कर्नाटक के शिमोगा का है। वायरल वीडियो में एक व्यक्ति कॉलेज कैंपस में एक पोल पर चढ़कर भगवा झंडा लगा रहा है। वहीं नीचे खड़े लोग यह देखकर खुशी से खूब तेज शोर कर रहे हैं।
शिमोगा में धारा 144 लागू
हिजाब विवाद को लेकर कर्नाटक के शिमोगा में पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। जिसके बाद प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शिमोगा में धारा-144 लागू कर दिया है। साथ ही कर्नाटक सरकार ने कॉलेजों को यह आदेश दिया है कि अगर कॉलेज में माहौल खराब होता दिखे तो छुट्टी की घोषणा कर दी जाए।