Karnataka: कानून मंत्री का कॉल रिकॉर्डिंग लीक, भाजपा सरकार में हड़कंप, जानें क्या है मामला
Karnatka: कर्नाटक के कानून और संसदीय कार्यमंत्री जे सी मधुस्वामीकी कथित कॉल रिकॉर्डिंग लीक हो गई। कॉल रिकॉर्डिंग वायरल ने सत्ताधारी खेमे में हड़कंप मचा दिया है।
Karnatka: दक्षिण भारत में बीजेपी का एकमात्र दुर्ग कर्नाटक लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। कभी सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वाली घटनाओं के कारण तो कभी सत्तारूढ़ बीजेपी में चल रही अंदरूनी खींचतान को लेकर। मीडिया में समय - समय पर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Karnatka Chief Minister Basavaraj Bommai) के अक्षम नेतृत्व को लेकर खबरें आती रही हैं कि बीजेपी आलाकमान अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें हटा सकता है। इन अटकलों के बीच राज्य के कानून और संसदीय कार्यमंत्री जे सी मधुस्वामी (Law and Parliamentary Affairs Minister JC Madhuswamy) की कथित वायरल कॉल रिकॉर्डिंग ने सत्ताधारी खेमे में हड़कंप मचा दिया है।
इसमें कैबिनेट मंत्री मधुस्वामी (Cabinet Minister JC Madhuswamy) कह रहे हैं, 'सरकार काम नहीं कर रही है, हम किसी तरह इसे संभाल रहे हैं' । इस कथित कॉल रिकॉर्डिंग के सामने आने के बाद कर्नाटक की सियासत गरमा गई है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Karnatka Chief Minister Basavaraj Bommai) के नेतृत्व पर एकबार फिर सवाल खड़े होने लगे हैं। हालांकि, इस लीक को लेकर मधुस्वामी अपनी ही पार्टी के नेताओं के निशाने पर आ गए हैं।
मधुस्वामी ने अपने ही मंत्री से जतायी थी नाराजगी
इस कथित वायरल कॉल रिकॉर्डिंग में कानून मंत्री जे सी मधुस्वामी चन्नापटना (Law and Parliamentary Affairs Minister JC Madhuswamy) के सामाजिक कार्यकर्ता भास्कर से कहते हैं, हम यहां सरकार नहीं चला रहे हैं, हम बस किसी तरह इसे संभाल रहे हैं और अगले 7-8 महीने तक इसे किसी तरह से खींचना है। इसके अगले ही हिस्से में वे अपने ही कैबिनेट सहयोगी सहकारिता मंत्री एस टी सोमशेखर की कथित निष्क्रियता पर असमर्थता जताते हुए कहते हैं कि मैंने उन्हें आपकी शिकायत से अवगत करा दिया है, अब वह कार्रवाई नहीं कर रहे हैं तो हम क्या करें?
मधुस्वामी पर हमलावर हुए सरकार के अन्य मंत्री
कानून मंत्री जे सी मधुस्वामी (Law and Parliamentary Affairs Minister JC Madhuswamy) के इस कथित वायरल कॉल रिकॉर्डिंग पर उनके ही कैबिनेट सहयोगियों ने उन्हें घेरा है। उधानिकी मंत्री मुनीरत्ना ने तो मधुस्वामी से उनका इस्तीफा मांग लिया है। उन्होंने कहा कि वह सरकार का हिस्सा हैं। सभी कैबिनेट की सभी बैठकों में हिस्सा लेते हैं। इसलिए इसमें उनकी भी हिस्सेदारी है। ऐसे में इस तरह के बयान देना उनकी वरिष्ठता को शोभा नहीं देता है। वहीं सहकारिता मंत्री एस टी सोमशेखर ने मधुस्वामी पर पलटवार करते हुए कहा कि मधुस्वामी को यदि लगता है कि केवल वही बुद्धिमान व्यक्ति हैं तो उन्हें सबसे पहले ये बात अपने दिमाग से निकालनी होगी।
कांग्रेस ने बताया सीएम को नकारा
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस इसे लेकर कर्नाटक सीएम बसवराज बोम्मई (Karnatka Chief Minister Basavaraj Bommai) पर हमलावर है। पार्टी ने मुख्यमंत्री को नकारा तक कह दिया है। वहीं बीजेपी अब डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। मुख्यमंत्री बोम्मई ने मंगलवार को कहा कि सब कुछ अच्छा है कोई परेशानी है। वहीं राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री सीएन अश्वथ नारायण ने कानून मंत्री मधुस्वामी का बचाव किया है।
कर्नाटक में अगले साल चुनाव
कर्नाटक में अगले साल अप्रैल – मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। अंदरूनी खींचतान के कारण बीजेपी की स्थिति काफी कमजोर है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई अभी तक राज्य में कद्दावर लिंगायत नेता और पूर्व सीएम बी एस येदियुरप्पा की तरह सरकार और संगठन पर पकड़ कायम नहीं कर सके हैं। येदियुरप्पा भी अपने बेटे को मंत्री न बनाए जाने को लेकर नाराज बताए जा रहे हैं। वहीं कांग्रेस काफी मजबूत स्थिति में नजर आ रही है। राहुल गांधी के हालिया दौरे के बाद प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व सीएम सिद्धारमैया के बीच रिश्ते बेहतर हुए हैं।