RSS का झंडा एक दिन बनेगा राष्ट्रधव्ज, कर्नाटक के पूर्व मंत्री का विवादित बयान

Karnataka: कर्नाटक बीजेपी के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि RSS का झंडा एक दिन देश का राष्ट्रधव्ज होगा।

Update:2022-05-30 19:05 IST

केएस ईश्वरप्पा (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Karnataka News: ठेकेदार की मौत के बाद मंत्री पद से हाथ धोने वाले कर्नाटक बीजेपी के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा (KS Eshwarappa) के विवादित बयानों का सिलसिला जारी है। पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी विधायक ईश्वरप्पा ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का झंडा एक दिन देश का राष्ट्रधव्ज (National Flag) होगा। उन्होंने कहा कि केसरिया झंडा बलिदान का प्रतीक है। इसका सम्मान आज या कल से शुरू नहीं हुआ है बल्कि हजारों सालों से इसका सम्मान हो रहा है।

भाजपा नेता ने संघ की तारीफ करते हुए कहा कि बलिदान की भावना को लाने के लिए ही आरएसएस केसरिया झंडे के सामने प्रार्थना करता है। उन्होंने कहा कि तिरंगा झंडा हमारे संविधान के मुताबिक राष्ट्रधव्ज है, हम इसे वह सम्मान देते हैं, जिसका वह हकदार है।

तिरंगे को लेकर पहल भी दे चुके हैं विवादित बयान

दरअसल तिरंगा को लेकर ईश्वरप्पा का ये कोई पहला बयान नहीं है। इससे पहले जब वो कर्नाटक सरकार में मंत्री हुआ करते थे तब उन्होंने कहा था कि एक दिन लाल किले पर तिरंगा के बजाय भगवा झंडा फहराया जाएगा। इसपर राज्य में जमकर बवाल हुआ था। विपक्षी कांग्रेस और जेडीएस ने बीजेपी पर तिरंगे का अपमान करने का आरोप लगाया था। तब बीजेपी ने खुद को उनके बयान से अलग कर लिया था।

ईश्वरप्पा के हालिया विवादित बयान

कर्नाटक बीजेपी की पहली पंक्ति के नेताओं में गिने जाने वाले केएस ईश्वरप्पा का विवादों से पुराना नाता रहा है। वो लगभग देश के हर ज्वलंत मुद्दे पर कोई न कोई ऐसा अटपटा बयान जरूर दे देते हैं, जिसके कारण कई बार बीजेपी की भी फजीहत हो जाती है। हाल ही में यूपी सरकार द्वारा मदरसे में राष्ट्रगान को अनिवार्य करने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा था कि अब जल्द ही हमें एंटी नेशनल भी राष्ट्रगान गाते नजर आएंगे। उन्होंने कहा कि अब जल्द ही आतंकी बनाने वाले समुदाय को राष्ट्रगान गाते हुए देखा जाएगा।

इसके अलावा मौजूदा समय में देश में छिड़े मंदिर-मस्जिद विवाद पर बड़ा दावा करते हुए ईश्वरप्पा ने कहा था कि देश में 36 हजार मंदिरों को तोड़कर उनपर मस्जिदें बनाई गईं। इससे आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा कि हिंदू इन सभी मंदिरों को लीगल तरीके से वापस ले लेंगे।

कौन हैं ईश्वरप्पा?

बता दें कि केएस ईश्वरप्पा (KS Eshwarappa) राज्य में प्रभावशाली माने जाने वाली कुरूबा समुदाय से आते हैं। वो राज्य में मुख्यमंत्री का पद छोड़कर सारे अहम पदों पर बैठ चुके हैं। ईश्वरप्पा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर उपमुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, नेता प्रतिपक्ष तक रह चुके हैं। वह पांच बार विधायक रह चुके हैं। उन्हें हाल ही में बीजेपी कार्यकर्ता और ठेकेदार संतोष पाटिल के एक आरोप के कारण पद छोड़ना पड़ा था। पाटिल ने उनपर कमीशन मांगने का आरोप लगाते हुए सुसाइड कर लिया था, जिसपर खासा बवाल हुआ था और अंततः ईश्वरप्पा को मंत्री पद गंवाना पड़ा।

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