FIFA World Cup 2022: केरल पर चढ़ा फीफा वर्ल्ड कप का तेज बुखार

FIFA World Cup2022: कतर में शुरू हुये फीफा वर्ल्ड कप का भारत में सबसे ज्यादा उत्साह केरल में देखने को मिल रहा है। कतर विश्व कप का जश्न मनाने के केरल के पेड़ एक से अधिक कारण हैं।

Written By :  Neel Mani Lal
Update: 2022-11-22 00:51 GMT

केरल पर चढ़ा फीफा वर्ल्ड कप का तेज बुखार। (Social Media)

FIFA World Cup 2022: कतर में शुरू हुये फीफा वर्ल्ड कप का भारत में सबसे ज्यादा उत्साह केरल में देखने को मिल रहा है। कतर विश्व कप का जश्न मनाने के केरल के पेड़ एक से अधिक कारण हैं। एक तो ये कि पहली बार केरल के सबसे नजदीक फुटबॉल का महाकुंभ हो रहा है। दूसरी बात ये कि, कतर समेत खाड़ी के अन्य देशों में केरल के लोगों की बहुत बड़ी संख्या रहती है और वे फुटबॉल के शोपीस इवेंट के निर्माण में बहुत बड़ी भूमिका भी निभा रहे हैं। सबसे बड़ी बात ये कि केरल में फुटबॉल का बहुत क्रेज़ है।

कतर में फीफा विश्व कप के लिए केरल में जबरदस्त प्रतिक्रिया

कतर में फीफा विश्व कप के लिए केरल में जबरदस्त प्रतिक्रिया से हैरान फीफा ने केरल में जगह-जगह लगे अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलरों के विशाल कट-आउट की एक तस्वीर ट्वीट की है। केरल में गांव से लेकर शहरों तक जगह जगह नेमार, मेसी जैसे फुटबॉल के महारथियों के विशाल कटआउट्स लगे हुए हैं। घरों को बाहर से अर्जेंटीना, ब्राज़ील, इंग्लैंड आदि की टीमों के रंगों से रंग दिया गया है। जगह जगह अलग अलग देशों के झंडे लहराते दिखते हैं।बस शेल्टर, निजी वाहन और दीवारों को भी फुटबॉल के रंगों से रंग दिया गया है। दीवानापन यहां तक है कि केरल से हजारों लोग वर्ल्ड कप मैच देखने कतर गए हुए हैं और आने वाले दिनों में और भी फुटबॉल प्रेमी वहां जाएंगे।

माराडोना की एक स्वर्ण प्रतिमा के साथ कतर की यात्रा करने का लिया फैसला

केरल के एक प्रमुख व्यवसायी - बॉबी चेम्मनूर ने माराडोना की एक स्वर्ण प्रतिमा के साथ कतर की यात्रा करने का फैसला किया है। उन्होंने ढेरों लोगों के साथ तिरुवनंतपुरम से यात्रा शुरू की और इसके केरल, कर्नाटक और गोवा से होते हुए मुंबई पहुंचने की उम्मीद है, जहां से वे कतर के लिए उड़ान भरेंगे। इस कार्यक्रम का उद्घाटन केरल के पर्यटन मंत्री पीए मुहम्मद रियास ने किया था। केरल भारतीय फुटबॉल की नर्सरी रहा है। इसके कई ग्रामीण क्लब और खेल में तल्लीन युवा और बूढ़े से भरे मैदान हैं। राज्य के लिए हर चार साल में विश्व कप को गले लगाना कोई असामान्य बात नहीं है।

Tags:    

Similar News