केरल में बारिश की तबाही, बाढ़ और भूस्खलन से 18 लोगों की मौत, दर्जनों लापता
केरल के साउथ और सेंट्रल केरल में लगातार हो रही बारिश लगातार होने से कई हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। इन घटना में 18 लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि दर्जनों लोग लापता हैं।
Heavy Rain In Kerala: केरल में बारिश का कहर जारी है। यहां साउथ और सेंट्रल केरल में लगातार हो रही बारिश जारी है। बारिश के लगातार होने से कई हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। इन घटनाओं में 18 लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि दर्जनों लोग लापता हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इमर्जेंसी बैठक के बाद जानकारी दी। राज्य में शनिवार को हुई भारी बारिश के बाद राज्य के कोट्टायम और इडुक्की जिलों में भूस्खलन के दौरान पांच बच्चों समेत कुल 13 लोगों के लापता होने की भी जानकारी मिली थी। इसमें 12 की मौत कोट्टायम और तीन की इडुक्की में हुई है।
केरल में लगातार हो रही बारिश के चलते 2018 और 2019 में आई बाढ़ जैसी स्थिति बन रही है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी प्रकार से घबराने की जरूरत नहीं है।
सीएम विजयन ने मांगी मदद
सीएम विजयन ने जानकारी देते हुए कहा कि "हमने आर्मी, नेवी, एयरफोर्स से मदद मांगी है। प्रभावित जिलों में रिलीफ कैंप लगा दिए गए हैं।" बारिश के कारण सबसे अधिक कोट्टायम, इडुक्की, पथानामथित्ता जिले प्रभावित हुए हैं। इन जगहों पर कई गांव और कस्बे बाकी जगहों से कट से गए हैं।
कोट्टयम, इडुक्की और पाथनमथिट्टा जिलों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब
राज्य की राजधानी में पैंगोडे सैन्य शिविर से जुड़े सेना के अधिकारियों की एक टीम पहले ही कोट्टायम जिले के लिए रवाना हो चुकी है। जल्द ही वहां पहुंचने की उम्मीद है, जहां कूटिकल में भूस्खलन हुआ था। 2 परिवार के 12 लोग शामिल थे, जिनमें से छह लोगों को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि चार लापता हैं।
वहीं, इडुक्की जिले के थोडुपुझा के पास दो लोगों को एक कार को आगे नहीं ले जाने के निर्देश दिए थे, लेकिन वे नहीं माने। कार तेज पानी में बह गई और कुछ घंटों बाद स्थानीय लोगों ने शवों को बरामद किया। बारिश के मद्देनजर अधिकारियों ने 6 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि अन्य 6 जिले ऑरेंज अलर्ट पर हैं और 2 जिले येलो अलर्ट पर हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि राज्य के सभी 14 जिलों में भारी बारिश हो रही है। वहीं हाल पाथनमथिट्टा जिले का भी है।
मौसम खराब होने के चलते रेस्क्यू में आ रही परेशानी
केरल में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कई लोग जख्मी हुए हैं। राज्य के ज्यादातर बांध पूरे भर गए हैं। वहीं, और पहाड़ी इलाकों में स्थित छोटे शहर और गांव राज्य के अन्य हिस्सों से पूरी तरह से कट गए हैं। वहीं, मौसम खराब होने के चलते पुलिस और रेस्क्यू टीमें प्रभावित इलाकों में नहीं पहुंच पा रही हैं।
स्थिति गंभीर, तीनों सेनाएं ग्रामीण इलाकों के लिए हुईं रवाना
केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा, स्थिति गंभीर है। हालांकि, उन्होंने कहा, मौसम वैज्ञानिकों से मिली जानकारी के मुताबिक, स्थिति ज्यादा खराब नहीं होने वाली। केरल प्रशासन की ओर से बताया गया है कि थल सेना, वायु सेना और नौसेना के जवान कोट्टायम और इडुक्की जिलों के अंतर्गत आने वाले 2 पहाड़ी गांवों कूट्टिकल और पेरुवंतनम के लिए रवाना हो चुके हैं। जल्द ही प्रभावित लोगों को राहत मिल जाएगी।
रेस्क्यू टीम पहुंची, लेकिन नहीं शुरू हो पाया ऑपरेशन
केरल में भारी बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। रविवार सुबह कुट्टीकल में रेस्क्यू टीम पहुंच तो गई है। लेकिन पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण ऑपरेशन शुरू नहीं हो सका है। वहीं, कोट्टायम में भी भारी बारिश के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन प्रभावित हुआ है। कोयंबटूर से कोट्टायम के लिए उड़े वायुसेना के हेलीकॉप्टर अब त्रिवेंद्रम जा रहे हैं। कोट्टायम में अब तक 9 लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं, कुट्टीकल और कोक्कयार में 8 लोग अब भी लापता हैं। कोट्टायम और इडुकी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। पथानामथिट्टा में भी भारी बारिश हो रही है।
'लोगों को सतर्क रहना होगा'
विजयन ने कहा, "24 घंटे का अलर्ट देखा जाना चाहिए और जलस्रोतों के करीब रहने वाले सभी लोगों को बहुत सतर्क रहना होगा और किसी को भी पानी में नहीं जाना चाहिए। पहाड़ी क्षेत्रों या स्थानों पर यात्रा करने से बचना चाहिए। जहां बारिश हो रही है और भूस्खलन की संभावना वाले क्षेत्रों से बचा जाना चाहिए। इसके साथ ही सतर्क रहना होगा।"
पर्यटन केंद्र अगली सूचना तक बंद
राज्य के मंत्रियों को पुलिस, दमकल और आपदा प्रबंधन टीमों की विभिन्न टीमों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए कहा गया है। अपना काम शुरू कर दिया है। बाद में शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद, विजयन ने कहा कि सभी व्यवस्थाएं हैं और किसी को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि विभिन्न राहत शिविर खोले गए हैं और शिविरों में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
सबरीमाला मंदिर जाने से बचने की अपील
इस बीच त्रावणकोर देवासम बोर्ड ने भगवान 'अयप्पा' के भक्तों से अनुरोध किया है कि वे 17 और 18 अक्टूबर को सबरीमाला मंदिर जाने से बचें। क्योंकि, राज्य के पठानमथिट्टा जिले में भारी बारिश और पंबा नदी में खतरनाक स्तर पर जलस्तर का बढ़ना जारी है।
केरल में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसी स्थिति के बीच केरल के छह जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। दक्षिणी नौसेना कमान को राहत और बचाव कार्यों में स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए बुलाया गया है। दक्षिणी नौसेना कमान हेलीकॉप्टर सहित अन्य तैयारियां कर किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है।