Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव न लड़ने के पुराने रूख पर राहुल गांधी कायम, ये क्या
Congress President Election: केरल पहुंचे राहुल गांधी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैं अपने पुराने रूख पर कायम हूं।
Congress President Election : दक्षिण से उत्तर तक भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) पर निकले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Former Congress President Rahul Gandhi) ने एकबार फिर स्पष्ट कर दिया है कि वे कांग्रेस के अध्यक्षी का चुनाव नहीं लड़ने जा रहे। भारत जोड़ो यात्रा के क्रम में केरल के एर्नाकुलम (Ernakulam of Kerala) पहुंचे राहुल गांधी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैं इस बारे में पहले ही बता चुका हूं। मैं अपने पुराने रूख पर कायम हूं।
पत्रकारों ने जब उनसे कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि समय आने पर पता चलेगा। राहुल ने इसके आगे कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का पद संगठन का पद नहीं बल्कि एक सोच और विचारधारा है। इसलिए मेरी सलाह है कि जो कोई भी कांग्रेस का अध्यक्ष बने, उसे यह याद रखना चाहिए कि वह एक विचारधारा, एक विश्वास प्रणाली और भारत की दृष्टि का प्रतिनिधित्व करेगा। कांग्रेस सांसद ने ये भी साफ कर दिया कि कांग्रेस का अध्यक्ष एक व्यक्ति एक पोस्ट पर बनाया जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष के प्रबल दावेदार अशोक गहलोत
राहुल गांधी का ये बयान काफी मायने रखता है। क्योंकि राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष के प्रबल दावेदार अशोक गहलोत ने बुधवार को दिल्ली में इससे जुड़े सवाल पर कहा था कि ये केवल संवैधानिक पदों पर लागू होता है। उनका संकेत साफ था कि वह अध्यक्षी सीएम की कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। जबकि राहुल गांधी का ये बयान उनके युवा कैंप के साथी सचिन पायलट को काफी सुकून पहुंचाया होगा, जो लंबे समय से इस पद पर बैठना चाहते हैं।
बीजेपी–संघ पर बोला हमला
केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने गुरूवार को देशभर में पीएफआई के ठिकानों पर पड़ रहे छापे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश में हिंसा और सांप्रदायिकात किसी भी स्तर की हो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। देश में बीजेपी और आरएसएस नफरत फैला रहे हैं। जनता इस बात को समझ चुके हैं। उन्होंने कहा, हम एक ऐसी मशीन से लड़ रहे हैं, जिसने भारत के संस्थागत ढ़ांचे पर कब्जा कर लिया है।
लोगों पर दवाब बनाने और धमकाने के लिए उनके पास असिमित धन है। गोवा इसका सबसे ताजा उदाहरण है। देश में दो तीन चार उद्योगपति जो सबकुछ कर सकते हैं। हवाई अड्डे चलाने से लेकर कृषि करने तक सभी वही कर सकते हैं।