Palestine Rally in Kerala: फिलिस्तीन के समर्थन में कोझिकोड में सीपीएम की बड़ी रैली, सीएम विजयन ने बीजेपी और इजरायल सरकार की तुलना हिटलर से की
Palestine Rally in Kerala: सीएम विजयन ने रैली को संबोधित करते हुए इजरायल सरकार के साथ-साथ केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दोनों पूर्व जर्मन तानाशाह हिटलर की तरह नस्लीय कट्टरता से प्रेरित हैं।
Palestine Rally in Kerala: इजरायल और हमास के जारी खूनी संघर्ष ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में हलचल मचा रखी है। यहूदी देश ने अब तक का सबसे भीषण अटैक हमास नियंत्रित गाजा पर किया है। जिसमें बड़े पैमाने पर आम लोग भी हताहत हो रहे हैं, जिसके कारण दुनियाभर के मुस्लिम देश और मानवाधिकार संगठन इजरायल के खिलाफ लामबंद हो चुके हैं। इसके बावजूद इजरायली सरकार ने साफ कर दिया है कि वे लक्ष्य हासिल करने तक पीछे नहीं हटेंगे।
गाजा पर इजरायली बमबारी के खिलाफ दुनियाभर के देशों में बड़े-बड़े विरोध प्रदर्शन हुए हैं और अभी भी जारी हैं। इंडोनेशिया और पाकिस्तान के बाद भारत तीसरा देश है, जहां सबसे अधिक मुस्लिम आबादी है। इसलिए ताजा संघर्ष का असर देश की घरेलू राजनीति पर भी देखा जा रहा है। केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर कांग्रेस समेत तमाम प्रमुख विपक्षी दल खुलकर इजरायली हमले का विरोध कर रहे हैं। सीपीएम शासित केरल में फिलिस्तीन को लेकर सबसे ज्यादा विरोध प्रदर्शन हो रहा है।
सत्तारूढ़ सीपीएम ने की बड़ी रैली
लगातार दो टर्म केरल में सरकार बनाकर इतिहास रचने वाली सीपीएम संघर्ष के शुरू होने के दिन से ही गाजा पर इजरायली हमले का विरोध कर रही है। उसके नेतृत्व में पिछले दिनों वामपंथी पार्टियों की ओर से दिल्ली में इस मुद्दे को लेकर धरना-प्रदर्शन भी दिया गया था। अब सीपीएम ने केरल में बड़ी रैली की है। शनिवार को मुस्लिम आबादी बहुल कोझिकोड में वामपंथी पार्टी द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन में विशाल रैली की गई, जिसे मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने संबोधित किया।
बीजेपी और इजरायल सरकार की तुलना हिटलर से की
सीएम विजयन ने रैली को संबोधित करते हुए इजरायल सरकार के साथ-साथ केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दोनों पूर्व जर्मन तानाशाह हिटलर की तरह नस्लीय कट्टरता से प्रेरित हैं। भारत सरकार यहां के लोगों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं कर रही है। उन्हें इजरायल के साथ सहयोग पर गर्व है। केंद्र सरकार ने इजरायल सरकार को समर्थन देकर देश की विदेश नीति को कमजोर कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका दल फिलिस्तीन के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है।
सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों समर्थन में
केरल में मुस्लिम संगठनों ने फिलिस्तीन मुद्दे पर कई बड़ी-बड़ी रैलियां आयोजित कर चुकी हैं। इन रैलियों को हमास संस्थापक खालिद मशाल ने भी वर्चुअल तरीके से संबोधित किया था, जिस पर बीजेपी ने सवाल उठाए थे। एक ऐसी ही रैली इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) की छात्र इकाई द सॉलिडैरिटी यूथ मूवमेंट द्वारा 27 अक्टूबर को मलप्पुरम में आयोजित की गई थी। इस रैली में मशाल ने भी स्पीच दी थी। कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी इसमें शामिल हुए थे।
हलांकि, उन्होंन हमास के हमले को आतंकी कृत्य बता उसकी कड़ी आलोचना की थी। जिसके कारण मुस्लिम संगठन उनसे नाराज भी हो गए। आईयूएमएल कांग्रेस के साथ गठबंधन में है। केरल में मुस्लिम समुदाय के प्रभाव को देखते हुए सत्तारूढ़ सीपीएम नीत एलडीएफ हो या कांग्रेस नीत विपक्षी यूडीएफ दोनों के बीच खुद को फिलिस्तीनियों का बड़ा हिमायती दिखाने की होड़ सी लगी हुई है।
कब से जारी है संघर्ष ?
इजरायल पर हमास ने 7 अक्टूबर को हमला बोला था। जिसमें करीब 1200 नागरिक मारे गए थे। इसके बाद इजरायली सेना ने हमास के खिलाफ जंग छेड़ दिया, जो अब तक जारी है। शुरूआत में हवाई बमबारी के बाद सेना गाजा पट्टी में दाखिल हो गई। अब दोनों के बीच आमने-सामने की लड़ाई हो रही है। इस जंग में अब तक गाजा के 11 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें 4500 से अधिक बच्चे हैं।