लखनऊ: छह साल बाद अमर सिंह एक बार फिर समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। फिलहाल पार्टी ने उन्हें राज्यसभा में भेजने का फैसला कर लिया है। इससे एक बार फिर आजम खान नाराज हैं। बताया जा रहा है कि संसदीय बोर्ड की बैठक भी बीच में ही छोड़कर आजम निकल गए। आजम और अमर के बीच की कड़वाहट जगजाहिर है। आजम अमर सिंह को कूड़ा तक बता सकते हैं। अब सवाल यह है कि क्या वह 'कूड़े' के साथ पार्टी में बने रहेंगे?
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23 नवंबर 2015
-अमर सिंह अपनी औकात को समझें। वह नेताजी (मुलायम) के प्यार का गलत फायदा ना उठाएं। वो राज्यसभा आने के चक्कर में हैं। अगर वह पार्टी टिकट पर राज्यसभा पहुंचे तो यह सपा की बड़ी बदनसीबी होगी।
-वह (अमर सिंह) जब खुद मुलायम के साथ हो जाते हैं, तो नेताजी भगा तो देंगे नहीं। गाड़ी में तो ड्राइवर और बॉडीगार्ड भी होता है।
-सैफई में मुलायम के बर्थडे पर अमर सिंह ने आजम को अपना दोस्त बताया था। इस पर आजम ने कहा- हमने उनसे दलाली का कोई पैसा नहीं लिया है, तो हमसे कोई दोस्ती भी नहीं है।
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22 नवंबर 2015
-सैफई में शनिवार को मुलायम के बर्थडे के मौके पर अमर सिंह मौजूद थे, लेकिन आजम काफी देर बाद पहुंचे थे।
-आजम ने दावा किया था कि नेताजी के जन्मदिन पर उन्होंने ही असली केक कटवाया। जब उनसे अमर सिंह के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा- तूफान में कूड़ा-करकट आ जाते हैं। गड़े मुर्दे मत उखाड़िए।
18 अक्टूबर 2015
-संगीत सोम और अमर सिंह मेरी हत्या की साजिश रच रहे हैं। दोनों एक ही समुदाय से आते हैं।
अमर का पलटवार
14 अक्टूबर 2015
दादरी मामले को यूनाइटेड नेशंस (यूएन) में ले जाने की बात कर रहे आजम खान पर अमर सिंह ने तंज कसा। अमर ने पूछा- क्या आजम खान फिर से अपने कपड़े उतरवाना चाहते हैं? आजम एक बार अखिलेश के साथ अमेरिका गए थे, तब एयरपोर्ट पर उनके कपड़े उतरवा दिए गए थे। अब वो क्यों यूएन जाना चाहते हैं? उन्हें फिर से कपड़े उतरवाने हैं?
आजम पर बोल कर मैं जान नहीं गंवाना चाहता
अमर ने कहा- आजम काफी ताकतवर नेता हैं। इसलिए उनके खिलाफ कुछ नहीं कहना चाहता। मैंने एक बार उनके खिलाफ बोला था, तो मुझे पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। पता नहीं अब कुछ बोलूंगा, तो जिंदगी से ही निष्कासित कर दिया जाए। फिर मैं क्या करूंगा? मेरी दो छोटी-छोटी बच्चियां हैं। इसलिए जान नहीं गंवाना चाहता।