अहमदाबादः गुजरात के ऊना में चार दलितों की पिटाई के मामले में समुदाय के उग्र लोगों का हिंसक विरोध मंगलवार को भी जारी रहा। आज इस मामले के विरोध में गुजरात बंद का आह्वान किया गया है। इस बंद को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने समर्थन दिया है। वहीं, इस मामले में चारों ओर से घिर रही बीजेपी अब बचाव में जुट गई है। शायद इसी वजह से घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद सीएम आनंदीबेन पटेल ने ऊना के हॉस्पिटल में भर्ती सभी पीड़ितों से मुलाकात करने का फैसला किया है।
दूसरी ओर, विपक्ष को इस मामले में बीजेपी पर हमला बोलने का मौका मिल गया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल गुरुवार को ऊना जाने का एलान कर चुके हैं। वहीं, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी ऊना जाकर पीड़ितों से मिलेंगे। इस बीच, गुजरात में हिंसा में एक पुलिसकर्मी की मौत की खबर है। जबकि, तीन दलितों ने सामूहिक खुदकुशी की कोशिश की है।
गुजरात में कई जगह हिंसा
-दलितों की पिटाई के विरोध में गुजरात में कई जगह मंगलवार को भी हिंसा हुई।
-सोमवार को राजकोट और जामनगर में तीन सरकारी बसें जलाई गई थीं।
-मंगलवार को सौराष्ट्र के कई इलाकों में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं।
-जामनगर के शंकर टेकरी में पुलिस ने हिंसक भीड़ पर आंसूगैस दागी।
दलितों ने खुदकुशी की कोशिश की
-जूनागढ़ के बांटवा में विरोध के तौर पर 3 दलितों ने सामूहिक खुदकुशी की कोशिश की।
-तीनों को माणावदर सिविल हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है।