इलाहाबाद: सुल्तानपुर से बीजेपी सांसद वरुण गांधी अपने दो दिन के दौरे पर इलाहाबाद पहुंचे। एयरपोर्ट से लेकर सर्किट हाउस तक कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। जहां-जहां से उनका काफिला गुजरा कार्यकर्ताओं ने उन्हें फूल-मालाओं से लाद दिया और अगले यूपी सीएम के नारे लगाना शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं का कहना था कि आने वाले 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी को अभी से वरुण गांधी को सीएम के रूप में आगे लाना चाहिए। उनके साथ यूपी का युवा वर्ग खड़ा है। जिस तरह से युवाओं ने मोदी का साथ देकर केंद्र में बीजेपी की सरकार बनवाई है, ठीक उसी तरह यूपी में भी कमल जरूर खिलेगा।
कांग्रेस के पास यूपी में नहीं है कोई चेहरा
कांग्रेस के पास यूपी में ऐसा कोई चेहरा नहीं जिसे वो लेकर वोटरों के सामने जा सके। पार्टी अपने गोल्डन पीरियड की तलाश में इधर-उधर भटक रही है। चुनाव जीतने की कशमकश में पार्टी ने नरेंद्र मोदी और नीतिश कुमार की जीत में अहम रोल अदा किया था। इसीलिए कांग्रेस ने पीके को चुनावी रणनीतिकार के रूप में हायर किया है। कांग्रेस के जिला महासचिव हसीब और श्रीश चन्द्र लंबे समय से प्रियंका को कमान दिए जाने की बात कह रहे हैं।
यूपी में वरूण को सीएम प्रोजेक्ट करने की मांग
वरुण गांधी दो दिन के दौरे पर शनिवार को इलाहाबाद आए हैं। बीजेपी कार्यकर्ताओं का जोश ऐसा है कि पूरा शहर उन्हें सीएम प्रोजेक्ट करने वाली मांग के पोस्टर और होर्डिंग से पाट दिया गया है। बीजेपी कार्यकर्ता उन्हें सीएम के तौर पर प्रोजेक्ट करने के लिए सड़कों पर प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
हिंदूवादी नेता की है छवि
वरुण इन दिनों यूपी के जिलों में किसानों से मिल रहे हैं। वो चुपके से किसानों की मदद करते और इसके लिए कोई शोरशराबा भी नहीं करते। अपने संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर के अलावा वो उन जिलों में भी जाते हैं जहां से ये पता चलता है कि गरीबी या कर्ज के कारण किसी किसान ने आत्महत्या की है। वो उस परिवार की आर्थिक मदद करते हैं। उनकी छवि भी हिंदूवादी नेता की रही है।
क्या कहना है बीजेपी नेता अवधेश राय का
बीजेपी नेता अवधेश राय का कहना है कि यूपी विधानसभा का अगले साल होने वाला चुनाव 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल है। वरुण गांधी के रूप में एक फायरब्रांड नेता पार्टी के पास मौजूद है। वो जनता से जुडे़ हैं और पसंद भी किए जाते हैं।
राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं कि बात को यदि सच माना जाए तो कांग्रेस प्रियंका को बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। सवाल अब ये है कि क्या बीजेपी भी वरुण को ऐसी ही जिम्मेदारी देगी क्या।