CD कांड: छत्तीसगढ़ पुलिस ने पत्रकार विनोद वर्मा को किया गिरफ्तार
त्तीसगढ़ पुलिस की एक टीम ने यूपी पुलिस के साथ मिलकर वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को शुक्रवार (27 अक्टबर) को गाजियाबाद स्थित घर से हिरासत में लिया है। पुलिस के मुताबिक उन पर एक पोर्न सीडी रखने और ब्लैकमेलिंग करने का आरोप है। वर्मा से गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम में पूछताछ की जा रही है।
रायपुर: छत्तीसगढ़ पुलिस की एक टीम ने यूपी पुलिस के साथ मिलकर वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को शुक्रवार (27 अक्टबर) को गाजियाबाद स्थित घर से हिरासत में लिया है।
उधर, कोर्ट ले जाते समय वर्मा ने छत्तीसगढ़ के एक बड़े नेता की सीडी अपने पास होने की बात स्वीकारी है। वहीं इस मामले में निशाने पर आए छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत ने रायपुर में सफाई देते हुए कहा कि यह फर्जी सीडी कांग्रेस के द्वारा बंटवाई जा रही है।। उन्होंने सीडी को फर्जी बताते हुए जांच की मांग की है।
बीती देर रात करीब 3 बजे छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम यूपी पुलिस को साथ लेकर गाजियाबाद स्थित इंदिरापुरम में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा के घर पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया। उन्हें थाने में लाकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
फोन पर मिली धमकी
छत्तीसगढ़ पुलिस के अनुसार बीती 26 अक्टूबर को रायपुर निवासी प्रकाश बजाज ने थाने में फोन पर धमकी दिए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। प्रकाश बजाज ने पुलिस को बताया कि उन्हें फोन पर धमकी मिली है कि उनकी एक अश्लील वीडियो फोन करने वाले के पास है। धमकी देने वाला इसकी एवज में पैसे की मांग कर रहा है। प्रकाश के मुताबिक धमकी देने वाले ने कहा कि अगर पैसा नहीं दिया तो वो सीडी बांट देंगे और उनकी इज्जत मिट्टी में मिल जाएगी।
500 सीडी हुई बरामद
प्रकाश बजाज की एफआईआर में विनोद वर्मा के नाम का जिक्र नहीं है, लेकिन एक दुकान का जिक्र है जहां पर कथित तौर पर सीडी की नकल बनाई जा रही है। पुलिस से सीडी बनाने वाले व्यक्ति से पूछताछ की और उसने बताया कि उन्होंने ऑर्डर के आधार पर 1000 सीडी बनाए थे। इसी व्यक्ति ने पुलिस को विनोद वर्मा का नंबर भी दिया। इन्हीं सीडी में से 500 सीडी क्राइम ब्रांच के विनोद वर्मा के घर से बरामद हुई हैं।
क्या बताया रायपुर के एसपी ने?
वहीं, रायपुर के एसपी संजीव शुक्ला ने कहा कि अभी तक यह कन्फर्म नहीं हुआ है कि विनोद वर्मा ने ही प्रकाश बजाज को फोन किया है। एसपी संजीव शुक्ला ने बताया कि अभी यह जांच का विषय है कि विनोद वर्मा ने ही प्रकाश बजाज को फोन किया है या नहीं।
बता दें कि विनोद वर्मा बीबीसी के पूर्व पत्रकार रहे हैं। वह अमर उजाला के डिजिटल एडिटर भी रहे। विनोद वर्मा छत्तीसगढ़ के सामाजिक राजनीतिक मुद्दों पर लंबे समय से लिखते रहे हैं। वे एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया के सदस्य भी हैं।