TV TODAY के फर्जी स्टिंग पर बोले सीएम- मीडिया हाउस बन गए बिजनेस हाउस

Update:2016-02-23 19:12 IST

लखनऊ: विधानसभा में मंगलवार को टीवी टुडे के मुजफ्फनगर दंगे पर किए फर्जी स्टिंग ऑपरेशन पर चर्चा हुई। इस दौरान सीएम ने मीडिया पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने कहा,” मीडिया हाउस अब नहीं बचे हैं। थोड़ा छानबीन करें तो पता चलता है कि अब वो बिजनेस हाउस है। मुझे समझ नहीं आ रहा है बीजेपी ने इस पर चर्चा करने से वॉक आउट क्यों किया।”

'एक दिन में नहीं बनती नेता की छवि'

सीएम अखिलेश ने आगे कहा,'' किसी नेता की छवि एक दिन में नहीं बनती है। आजम खान ने राजनीति में ​कितने पल देखे होंगे। वह नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के साथ राजनीति मे रहें। चैनल के लोगों को कोई हक नहीं है कि वो किसी के भी जीवन से खिलवाड़ करें। आज तक के स्टिंग ऑपरेशन दिखाए जाने के बाद आजम खान के परिवार के साथ क्या-क्या हुआ। दंगे के बाद सरकार को क्या-क्या सामना करना पड़ा।''

'यूपी में कुछ भी हो, छपती है मेरी फोटो'

सीएम ने ये भी कहा कि यूपी में हर बात के लिए उन्हें ही जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है। हरियाणा में इतना बड़ा जाट आंदोलन हुआ। पुलिस और सेना ने फायरिंग तक की, कई लोग मारे गए। इसके बावजूद कहीं भी एक सीएम का एक फोटो तक नहीं दिखा। वहीं, यूपी में कुछ भी होता है तो उनकी फोटो लगा दी जाती है। 2017 में सपा को विधानसभा चुनाव लड़ना है। चुनाव के बाद सरकार भी बनानी है। पता नहीं सरकार के अच्छे काम को मीडिया किस रूप में ले।

'नाबालिग हैं टीवी चैनल्स'

सीएम अखिलेश यादव ने नेताओं की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इनको (चैनलों) को लाइसेंस तो आपने दिया था पर वह किसके हाथ में आ गए। लोकसभा के एक घटनाक्रम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अभी उम्र ही कितनी है टीवी चैनलों की, नाबालिग हैं।

'लोकसभा में अपनी इज्जत खुद बचानी पड़ती है'

सीएम के मुताबिक, लोकसभा में यदि आप सीढ़ी के सामने खड़े हैं और कोई आपसे कुछ पूछ रहा है तो आपको जल्दी उसका जवाब देना होता है, क्योंकि कोई दूसरा सीढ़ी से उतर रहा होगा तो वह (मीडियाकर्मी) आपको छोड़कर उसके पास चला जाएगा। आपको बहुत समझदार बनना पड़ता है कि जल्दी खत्म करो, वहां आपको अपनी इज्जत खुद बचाकर रखनी पड़ती है।

'अपने तरीके से दिखाते हैं खबर'

सीएम ने कहा कि देश में बहुत से राजनीतिक दल हैं। उन्होंने अपने चैनल बनाए हैं और वह अपने तरीके से खबर दिखाते हैं। तमिलनाडु की एक घटना का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि एक चैनल कुछ और दिखा रहा था और दूसरा चैनल उसी खबर को कुछ और दिखा रहा था।

'इनके हाथ में हैं, हमारे हाथ में कुछ नहीं'

सीएम ने कहा कि टीवी चैनल बिजनेस हाउस के हाथ में है, हमारे हाथ में कुछ नहीं है। हम इसलिए बोल रहे हैं, क्योंकि अगली सरकार हमें बनानी है। ये पता नहीं क्या दिखाने लगेंगे, क्योंकि ये आपके पीछे नहीं पड़ेंगे। हमें इनका सामना करना पड़ेगा। हमारा अच्छा काम भी ये दूसरे रूप में दिखाएंगे। आज कल हर चैनल खुद को सच्चा बताता है और दर्शकों से सिर्फ उसी को देखने की गुजारिश करता है। टीवी अभी नया आया है। उसे इडियट बॉक्स भी बोलते हैं। स्टिंग की रिपोर्ट आई है। उन्हें भी एक बार सदन में अपनी बात कहने का मौका देना चाहिए। ऐसे लोग राजनीतिक करियर से खिलवाड़ करने के दोषी हैं।

क्या कहा सतीश कुमार निगम ने?

स्टिंग आपरेशन संबंधी जांच समिति के सभापति सतीश कुमार निगम ने कहा कि मीडिया की जो मर्जी बिल्कुल बेबाक ओर बेपरवाह कह दिया। मीडिया खाली टीआरपी बढ़ाने और व्यवसाय बढ़ाने का साधन नहीं हो सकती। इसकी जिम्मेदारी सरकार की बुराईयों और अच्छाइयों को लोगों के सामने लाना है। पर जब मीडिया को आमदनी का जरिया बना लिया जाए तो। यह विधायिका और कार्यपालिका के खिलाफ कमेंट में कोई कोताही नहीं बरतते। उन्होंने सदन से अपील करते हुए कहा कि इन गुनहगारों को दण्डित किया जाना चाहिए। मीडिया को हिन्दुस्तान का अतीत याद रखना चाहिए।

चैनल ने स्टिंग से देश की जनता से किया विश्वासघात: मौर्या

बसपा के स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि चैनल ने स्टिंग के माध्यम से देश की जनता को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया था। इस समाचार से पूरे देश में आग लग सकती थी। ऐसी हालत में तोड़ मरोड़कर समाचार प्रस्तुत कर पूरे देश की जनता के साथ विश्वासघात किया गया। कुछ लोग हेडलाइन बनने के लिए किसी का भी जीवन बर्बाद करने की कोशिश करते हैं। यह निंदनीय नहीं बल्कि दंडनीय है। यह तो विधानसभा ने समिति गठित कर मामले का पर्दाफाश कर दिया, जिससे इनकी कलई खुल गई वरना आज भी ये अपनी गाल बजाते फिरते।

भाजपा ने किया वाॅकआउट

भाजपा के सुरेश खन्ना ने कहा कि यदि किसी मामले में नाम आया तो पहले हमें खुद से सवाल करना चाहिए कि हमारा नाम क्यों आया और यह कहते हुए उन्होंने समिति की संस्तुतियों से असहमति जताई और नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्या के इस कथन से सहमति जताई कि आरोपी मीडियाकर्मियों की बात भी सुनी जानी चाहिए। खन्ना का कहना था कि समिति के गठन के शुरूआत से ही मामले की समग्रता से छानबीन नहीं की गई। यह रिपोर्ट कई सवाल खड़े करती है। इसके बाद भाजपा सदस्य सदन से वाकआउट कर गए।

दंगाई पार्टी है भाजपा : प्रदीप माथुर

भाजपा के वाकआउट के बाद कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर ने कहा कि आज भाजपा का पर्दाफाश हो गया। जब विधानसभा की अस्मिता का मामला है तो वह खुद को अलग कैसे रख सकते हैं। दंगों में उनका हाथ। यही कारण है कि उनके 73 सांसद जीतें। यह दंगाई पार्टी है।

 

 

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