कैसे निकलेगा 'राम मंदिर' का रास्ता ! श्री श्री को योगी ने दिया ये झटका
इस समय पूरे देश की नजर अयोध्या पर हैं। आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने बुधवार को यूपी के सीएम से मुलाकात की।
लखनऊ : इस समय पूरे देश की नजर अयोध्या पर हैं। आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने बुधवार को यूपी के सीएम से मुलाकात की। श्री श्री रविशंकर ने कहा कि यह सीएम से उनकी शिष्टाचार भेंट थी लेकिन करीब 30 मिनट चली इस मुलाकात के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस मुलाकात में अयोध्या मसले पर संभावित फ़ॉर्मूर्लों पर विचार विमर्श किया गया।
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वहीं अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद पर श्री श्री रविशंकर की मध्यस्थता की कोशिश पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को एक टीवी चैनल से कहा कि बातचीत से मुद्दा सुलझाने में अब बहुत देर हो चुकी है। राम मंदिर के मसले पर विस्तार से कोई बातचीत नहीं हुई। रविशंकर की तरह सीएम योगी ने भी यही बात दोहराई कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी। सीएम योगी आदित्यनाथ का यह बयान अयोध्या मसले पर श्री श्री रविशंकर के सुलह करवाने की कोशिशों के लिए झटका माना जा रहा है।
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यह काम बहुत पहले करना चाहिए था : सीएम योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या मामले पर 05 दिसंबर से सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। इस मामले में बातचीत से ही मुद्दा सुलझाना था तो यह काम बहुत पहले करना चाहिए था। फिर भी अगर कोई बातचीत की पहल करता है तो इसमें कोई बुराई नहीं है। योगी ने कहा कि मैंने अयोध्या के अपने पहले दौरे पर ही कह दिया था कि यदि दोनों पक्ष किसी सहमति के बाद सरकार के पास आते हैं तो सरकार इस पर कुछ कर सकती है, लेकिन सरकार इस मामले में पक्ष नहीं है।
रामविलास वेदांती ने उठाए सवाल
बीजेपी के पूर्व सांसद राम विलास वेंदाती ने भी श्री श्री रविशंकर पर हमला बोला है। उन्होंने का कि मध्यस्थता करने वाले श्री श्री रविशंकर कौन हैं? उन्हें अपना एनजीओ चलाना चाहिए और विदेश से फंड लेना चाहिए। मेरा मानना है कि उनके पास बहुत पैसा है। जांच से बचने के लिए वे राम मंदिर मुद्दे में कूद गए हैं।
रामविलास वेदांती ने ये भी कहा कि जेल गए हम, लाठियां खाई हमने और अचानक से श्री श्री रविशंकर आ गए। उन्होंने कहा कि रविशंकर तब कहां थे जब हम संघर्ष कर रहे थे। वेदांती ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनेगा तो ठीक है, वरना किसी भी कीमत पर मस्जिद नहीं बनने दिया जाएगा। राम मंदिर के लिए के लिए चाहे जितना बालिदान देना पड़े, हम पीछे नहीं हटेंगे।