गोरखपुर: केंद्र सरकार की कोशिशें हों या सुप्रीम कोर्ट का आदेश या फिर योगी शासन के दावे लेकिन ट्रिपल तलाक (तीन तलाक) का मामला थमता नजर नहीं आ रहा। सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ अपने गोरखपुर प्रवास के दौरान जनता दरबार लगाते हैं। निकाय चुनाव प्रचार के दौरान सीएम योगी तीन दिवसीय दौरे पर गोरखपुर में हैं। मंगलवार (21 नवंबर) को जब वो जनता दरबार में पहुंचे तो एक बार फिर उनका सामना तीन तलाक से पीड़ित फरियादियों से हुई।
मंगलवार को जनता दरबार में सीएम योगी का सामना हुआ नाम आंखों से फरियाद लेकर आई पिपराइच की तैबुन निशा से। तैबुन निशा की आंखों से छलकते आंसू थमने का नहीं ले रहे थे। जब newstrack.com के पत्रकार ने उनसे पूछा, तो उन्होंने अपनी बेबसी बतायी।
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फोन पर दिया तीन तलाक
तैबुन निशा की मानें तो उनके पति ने उन्हें विदेश से फोन पर ही तीन तलाक कहकर खुद से अलग कर दिया। सारे रिश्ते तोड़ लिए। आज ये महिला अपने तीन बच्चों के साथ थाने से लेकर दर-दर भटकने को मजबूर है। तैबुन बताती हैं थाने के सिपाही, दरोगा अभद्रता से पेश आते हैं और भगा देते हैं। थक-हारकर वो सीएम के जनता दरबार में आई है।
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कई बार आए लेकिन अब तक नहीं मिला इंसाफ
बावजूद इसके फरियादी तैबुन को उम्मीद है कि प्रदेश के मुखिया उन्हें इंसाफ दिलाएंगे। इस तरह के कई अन्य मामलों को लेकर मंगलवार को फरियादी सीएम के जनता दरबार में पहुंचे। सीएम के जनता दरबार में कुछ ऐसे फरियादी भी आए, जो पहले भी कई बार यहां आ चुके हैं, लेकिन अभी तक इंसाफ नहीं मिला। ऐसे फरियादियों का कहना है कि सीएम से मिलने के बाद भी उनकी फरियाद नहीं सुनी गई। वो इंसाफ की आस में बार-बार यहां आते हैं।
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