लखनऊः मुहर्रम के जुलूस के दौरान यूपी में कई जगह अराजक तत्वों ने गड़बड़ी फैलाने की कोशिश की। हर जगह प्रशासन की मुस्तैदी से माहौल बिगड़ते-बिगड़ते बच गया। पूर्वांचल में फैजाबाद, आजमगढ़ और प्रतापगढ़ और पश्चिम में बरेली और मैनपुरी में जमकर बवाल हुआ। हालांकि, हर जगह मुस्तैद प्रशासन ने हालात बिगड़ने से पहले ही संभाल लिया। सभी जगह बड़ी तादाद में पुलिस तैनात कर दी गई है।
आजमगढ़ में क्या हुआ?
जहानागंज कस्बे में रविवार रात ताजिया जुलूस निकला। इस दौरान कई पूजा पंडालों में बिजली की सजावट को असामाजिक तत्वों ने गिरा दिया। इस पर आक्रोशित लोगों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सोमवार को पूजा समिति के सदस्यों ने तय किया कि आरोपियों को गिरफ्तार न करने पर प्रतिमा विसर्जन नहीं किया जाएगा। वहीं, अफसरों ने जुलूस का मार्ग बदलने की उनकी मांग पर विचार करने का भरोसा दिलाया है।
फैजाबाद में क्या हुआ?
बाराबंकी के टिकैतनगर थाना इलाके के कूढ़ा सुखीपुर से मुहर्रम का जुलूस फैजाबाद पहुंचा। पटरंगा थाना इलाके के खंडपिपरा गांव में जुलूस के रास्ते में एक दीवार आ गई। उसे शरारती तत्वों ने ने तोड़ दिया। एक छप्पर भी उन्होंने गिरा दिया। जिससे तनाव हो गया। उपद्रव होने लगा तो पुलिस ने लाठियां चलाकर लोगों को तितर-बितर किया। कई पुलिसवालों और लोगों को उपद्रव में चोटें आईं।
प्रतापगढ़ में क्या हुआ?
प्रतापगढ़ के कुंडा कोतवाली इलाके के शेखपुर में मुहर्रम के दौरान प्रशासन ने भंडारे की मंजूरी नहीं दी। इससे तनाव फैल गया। सोमवार को इलाके में पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया। बाबूगंज शेखपुर में एक आदमी हिरासत में लिया गया है।
मैनपुरी में क्या हुआ?
सोमवार रात मेंहदी के जुलूस के दौरान दो पक्षों में विवाद हुआ। इसके बाद फायरिंग से भगदड़ मच गई। दरअसल, छपट्टी से जुलूस निकल रहा था। अनिल नाम के एक युवक की बाइक घर के बाहर खड़ी थी। जुलूस में चल रही कार की टक्कर से बाइक गिर गई। अनिल की कार सवारों से कहासुनी होने लगी। आरोप है कि उसने तमंचे से हवाई फायरिंग की और भाग निकला। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
बरेली में क्या हुआ?
बरेली के जोगीनवादा और चक महमूद से तख्त के जुलूस उठे। पहले निकलने को लेकर शाहदाना चौराहे पर दोनों गुट भिड़ गए। पथराव होने से भगदड़ मच गई। कई लोग चोटिल हुए। इस पर लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। बाद में एक जुलूस को आगे जाने और दूसरे को उसके पीछे जाने की हिदायत दी गई।