CM अखिलेश ने की DIAL 100 के 'LOGO' और ऐप की लॉन्चिंग, 20 से शुरू होगी सुविधा
लखनऊः सीएम अखिलेश यादव ने बुधवार को डायल-100 का ‘लोगो’ और ऐप लॉन्चिंग की। लोक भवन के ऑडिटोरियम में ये प्रोग्राम हुआ। बता दें कि 20 अक्टूबर से डायल-100 सेवा की शुरुआत होगी।
मौके पर मौजूद रहे
राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष नवीन चंद बाजपई, मुख्यमंत्री मुख्य सलाहकार अालोक रंजन, कैबिनेट मंत्री अहमद हसन,कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी, फरीद महफूज़ किदवई, मुख्य सचिव राहुल भटनागर, कैबिनेट मंत्री नरेंद्र वर्मा, एप बनाने वाली कंपनी के सीईओ और यूपी सरकार में सलाहकार(गृह विभाग) वेंकट चंगाबलि भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
सिंगापुर से अमेरिका तक स्टडी
यूपी सरकार के इस प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए काफी तैयारी की गई है। सिंगापुर से अमेरिका तक के शहरों में स्टडी के बाद दुनिया के सबसे बड़े इस तरह के प्रोजेक्ट को हकीकत में तब्दील करने की तैयारी है। डायल-100 के तहत पुलिस 10 से 20 मिनट में मदद के लिए पहुंचेगी।
किन जिलों में पहले शुरू होगी योजना?
यूपी स्तर की पुलिस इमरजेंसी प्रबंधन प्रणाली (पीईएलएस) बेस्ड डायल-100 सेवा को 20 अक्टूबर को लखनऊ, बरेली, आगरा, इलाहाबाद, मुरादाबाद, गोरखपुर, कानपुर, झांसी, वाराणसी और मेरठ में शुरू कर दिया जाएगा। यूपी पुलिस के अफसरों का दावा है कि सेवा शुरू होने के एक महीने के भीतर सभी जिलों में ये काम करना शुरू कर देगी।
क्या है खास?
इस प्रोजेक्ट को 2325 करोड़ की लागत से पूरा किया जा रहा है। सेवा में सभी फोन कॉल रिकॉर्ड की जाएंगी। पीड़ित के संतुष्ट होने पर ही केस बंद होगा। साथ ही यूपी के सभी 75 जिलों में इस सेवा के लिए 3200 फोर व्हीलर और 1600 टू व्हीलर लगाए जाएंगे। ये सभी जीपीएस से लैस होंगे। लखनऊ में इसका अल्ट्रा मॉर्डन कंट्रोल रूम बनाया गया है। कॉल सेंटर पर आंकड़ों को देखने के लिए खास सेंटर भी बनाया गया है।
अभी इस ऐप का बीटा वर्जन लांच किया गया है। इसके फीडबैक लेने के बाद इसका एंड्रायड और आईओएस एप लांच किया जाएगा। तब तक यूपी पुलिस इसमें नागरिकों को अपने रजिस्ट्रेशन कराने के लिए प्रेरित कर रही है। पहले से रजिस्टर होने से पुलिस जल्दी पहुंच सकेगी। इस एप के जरिये यूपी पुलिस नागरिकों के घर दुकान बच्चों के स्कूल और महत्वपूर्ण जगहों के जीपीएस लोकेशन भी रजिस्टर कर लेगी।
सीएम ने साधा विरोधियों पर निशाना, टैबलेट न देने की वजह बताई
इस मौके पर अखिलेश यादव ने अपने काम गिनाए और कहा कि विरोधियों के पास इसका कोई जवाब नहीं है। साथ ही यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में जितान काम हुआ उसमें संतुलन है। आज अखिलेश यादव ने लैपटाप के अलावा टैबलेट न देने की वजह बताई कहा विरोधियों ने जनता को इतनी टैबलेट दे दी है कि उन्हें टैबलेट देने की जरुरत ही नहीं पड़ी।