नई दिल्ली: पांच राज्यों के चुनाव नतीजों से परेशान कांग्रेस को उसी के तीन नेताओं दिग्विजय सिंह, शशि थरूर और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आड़े हाथ लिया है। दिग्विजय सिंह ने सर्जरी पर जोर दिया है। वहीं, कांग्रेस की हार से तिलमिलाए शशि थरूर ने नेतृत्व बदलने की सलाह दे डाली। तो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अब कांग्रेस को खुद के बारे में सोचने की जरूरत है।
सोनिया बोलीं आत्ममंथन, दिग्गी चाहते हैं सर्जरी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि पार्टी ने आत्ममंथन बहुत कर लिया, अब बड़ी सर्जरी की जरूरत दिखाई देने लगी है।दिग्विजय का ये बयान चुनाव नतीजे आने पर सोनिया के उस बयान के बाद आया, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि वह और पार्टी आत्ममंथन करेंगे।
थरूर-ज्योतिरादित्य ने उठाए सवाल
कांग्रेस के सांसद और यूपीए सरकार में मंत्री रहे शशि थरूर और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पार्टी आलाकमान के तौर-तरीकों पर प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से सवाल उठाए। दोनों पार्टी की हालत पर बेहद नाराज दिखे।
थरूर का सोनिया पर निशाना
थरूर ने कहा, 'राहुल गांधी ने कोशिशें की, लेकिन नतीजे नहीं ला सके। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी भी कम दिखीं। लोकसभा चुनाव अभी तीन साल दूर है। राहुल गांधी कांग्रेस उपाध्यक्ष हैं और उन्होंने लोगों के मन पर अलग छाप बना रखी है।'
पार्टी के पुनर्निर्माण की जरूरत
तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने कहा कि यह हार काफी निराशाजनक है। यह वक्त कांग्रेस के लिए पुनर्विचार का है। पार्टी के पुनर्निर्माण की जरूरत है। उन्होंने कहा कि केरल में पार्टी के नेता व्यक्तिगत तरक्की की सोचने लगे। वहीं, असम में 15 साल से गोगोई ही सीएम बने रहे।
क्या बोले ज्योतिरादित्य?
उधर, पार्टी के दूसरे बड़े नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पार्टी को आत्मावलोकन की जरूरत है। चुनाव नतीजे निराशाजनक हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को समझना होगा कि गलती कहां हुई। साथ ही पार्टी को अपनी नीतियो पर चिंता करनी होगी, ताकि आम लोग उसके बारे में समझें और आकलन कर सकें।