DM किंजल से नाराज गार्ड्स, दुधवा में नहीं करेंगे टूरिस्ट प्रोटेक्शन

Update: 2016-02-16 03:07 GMT

लखनऊ: य​दि आप दुधवा नेशनल पार्क घूमने जाना चाहते हैं तो सावधान हो जाएं। अब वहां घूमना खतरनाक हो सकता है। क्योंकि वहां सुरक्षा का दायित्व जिन गार्डों पर है, वह डीएम किंजल सिंह को हटाने की मांग को लेकर अपने हथियार मंगलवार को जमा कर रहे हैं। साथ ही कर्मचारियों ने प्रदर्शन जारी रखने का भी निर्णय लिया है।

पर्यटक अपनी सुरक्षा खुद करें

सुरक्षाकर्मियों के विरोध और प्रदर्शन के कारण दुधवा की सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। ऐसे में यदि पर्यटक दुधवा नेशनल पार्क घूमने जाना चाहते हैं तो उन्हें अपनी सुरक्षा का दायित्व खुद ही लेना होगा। डीएम से सुरक्षा की मांग करनी होगी और फिर दुधवा का भ्रम​ण किया जा सकता है।

कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से ठप है टूरिज्म

दुधवा नेशनल पार्क के कर्मचारियों ने बीते कई दिनों से डीएम किंजल सिंह को हटाने की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार कर रखा है। इससे दुधवा में टूरिज्म लगभग ठप पड़ा है। थारूहट में सन्नाटा छाया हुआ है।

समझौते बाद भी डीएम के स्टाफ ने कर्मचारी को पीटा

डीएम किंजल सिंह को हटाने की मांग को लेकर फेडरेशन ऑफ फॉरेस्ट एसोसिएशन अड़ा है। एसोसिएशन के रामकुमार ने बताया कि सोमवार को कर्मचारियों ने इस बारे में बैठक की और अपने राजकीय हथियार जमा करने का निर्णय लिया। साथ ही कार्य बहिष्कार भी जारी रहेगा। रामकुमार ने बताया कि पूर्व में हुए समझौते के बाद भी डीएम के स्टाफ ने दुधवा के कर्मचारी को पीटा और यहां की दो जिप्सी गाड़ियों को सीज कर दिया। इसके बाद से कर्मचारी आक्रोशित हैं।

क्या है मामला?

अपने काम को लेकर अकसर चर्चा में रहने वाली डीएम किंजल सिंह इस मामले में उस वक़्त विवादों में आई थीं, जब उनके ऊपर दुधवा पार्क में घुसकर नियमों को तोड़ने का आरोप लगा था। उन पर लगे आरोपों में डिप्टी डायरेक्टर से अभद्रता करने और कर्मचारियों का मानसिक शोषण का आरोप भी था। उस वक़्त फेडरेशन ऑफ फॉरेस्ट एसोसिएशन ने सीएम को खत लिखकर बताया था कि डीएम किंजल सिंह कानून तोड़ते हुए रात को काफिले के साथ पार्क में घुस जाती हैं और लाउड म्यूजिक बजाती हैं। सीएम ने इस शिकायत पर एक्शन लेते हुए मुख्य सचिव को दोनों पक्ष की बात सुनकर मामले को ख़त्म करने की बात कही थी।

 

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