इलाहाबाद: विवादों और हो हंगामे के बाद अंतत: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस 2015 परिणाम घोषित कर दिया है। इसमें टॉप सिद्धार्थ यादव ने किया है जो पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव के बेटे है। दूसरे स्थान पर मंगलेश दुबे और तीसरे स्थान पर प्रशांत तिवारी है। लड़कियों में वान्या सिंह ने 11वां स्थान पाया और 13वें स्थान पर इलाहाबाद की शुभांगी शुक्ला का चयन हुआ है।
क्यों रही विवादित
-पीसीएस 2015 का परिणाम शुरू से विवादों में रहा।
-इसके लिए पहली बार 29 मार्च को प्रारंभिक परीक्षा हुई थी।
-परीक्षार्थियों ने पीसीएस-2015 को लेकर लंबे समय तक आंदोलन चलाया था।
-प्रतियोगी छात्रों ने आंदोलन और सड़कों पर प्रदर्शन भी किए थे।
-एक प्रश्नपत्र निरस्त होने के बाद इसके लिए 10 मई को दोबारा परीक्षा कराई गई।
कितने छात्र हुए थे शामिल
-साक्षात्कार में 1578 छात्र शामिल हुए थे।
-इन पदों के लिए साक्षात्कार दिसंबर से फरवरी में हुए थे।
-घोषित परिणाम में कुल 530 पदों में 521 पदों पर चयन हुआ है।
-फिलहार पद,श्रेणी और कटऑफ नहीं घोषित किया गया है।
-32 डिप्टी कलेक्टर और 16 डीएसपी का चयन हुआ है।
-असिस्टेंट कमिश्नर कॉमर्शियल टैक्स के पद पर 114 अभ्यर्थी चुुने गए हैं।
भावुक हुए छात्र
- परिणाम घोषित होते ही इलाहाबाद में लोकसेवा आयोग के गेट पर छात्रों की भीड़ बढ़ गई।
-कुछ चयनित छात्र अपने खुशी के आंसू नहीं रोक पाए वे भावुक हो गए।
-31दिसंबर में जगमोहन यादव पूर्व डीजीपी के पद पर से रिटायर हुए है।
-पूर्व डीजीपी मूलतः जौनपुर के रहने वाले हैं।