'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के नाम पर राज्य भर में बड़ा फर्जीवाड़ा, सभी DM को अलर्ट
लखनऊ: प्रदेश में 'बेटी बचाओ बेटी पढाओ' योजना के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा है। इससे संबंधित आवेदन पत्र भी लोगों के बीच बांटे जा रहे हैं और एक लाख की सहायता दिए जाने का वादा किया जा रहा है। बांटे जा रहे इन फार्मों को महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग ने फर्जी करार दिया है।
विभागीय प्रमुख सचिव रेणुका कुमार ने इस सिलसिले में सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर साफ कहा है कि केंद्र या राज्य सरकार द्वारा इस योजना के तहत नकद भुगतान किए जाने का कोई प्रावधान नहीं है।
सभी जिलों के डीएम को लिखा पत्र
प्रमुख सचिव ने सभी जिले के डीएम को लिखे गए पत्र में कहा है, कि 'बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के तहत नकद अनुदान के नाम पर अवैधानिक रूप से आवेदन-फार्म के वितरण में कुछ लोग शामिल हैं। अब तक कई जिलों से इस प्रकार के सैकड़ों पंजीकरण फार्म महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार और विभाग को भेजे जा चुके हैं।'
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फर्जीवाड़ा रोकने को जिलों में हो प्रचार-प्रसार
उन्होंने सभी डीएम से अनुरोध किया है कि अपने जिले में पोस्ट ऑफिस, स्थानीय अखबार, समाचार चैनल और सिनेमा हॉल में इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। साथ ही डीएम और एसपी के हेल्पलाइन नंबर भी प्रसारित कराए जाएं।
पोस्ट ऑफिस पर लगवाई जाए सूचना
प्रमुख सचिव ने कहा, कि यह भी संज्ञान में आया है कि अधिकतर फार्म जिले के पोस्ट ऑफिस के माध्यम से भेजे जा रहे हैं। इसलिए पोस्ट ऑफिस के बाहर इस आशय की सूचना का बोर्ड जरूर लगवाया जाए। जिसमें यह साफ़ तौर पर बताया गया हो कि बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना से संबंधित किसी प्रकार का फार्म स्वीकार नहीं किया जाएगा।
छापे मारकर की जाए गिरफ्तारी
यह भी कहा गया है कि प्रदेश के जिन-जिन स्थानों पर अवैधानिक रूप से फार्म वितरित किए जाने की सूचना मिलती है, उन स्थानों पर छापा मारकर दोषियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाए।